हाइलाइट्स
- रायबरेली के शिव मंदिर में तोड़फोड़
- शिवलिंग खंडित और त्रिशूल गायब
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी
Raibarelli Vandalised Shivling: रायबरेली उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के मिल एरिया स्थित उफरामऊ गांव में शिव मंदिर में अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की है। शुक्रवार रात को हुई इस घटना में शिवलिंग को खंडित कर दिया गया और मंदिर में लगा त्रिशूल गायब हो गया। मंदिर परिसर के पास शराब की बोतल भी मिली है। इस घटना से ग्रामीणों और शिव भक्तों में भारी आक्रोश है।
सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर परिसर में एकत्रित
घटना की जानकारी मिलते ही शनिवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर परिसर में एकत्रित हो गए। मंदिर के पास शराब की बोतल और अबीर का पैकेट मिलने से ग्रामीणों का गुस्सा और बढ़ गया। उन्होंने पुलिस से तुरंत कार्रवाई की मांग की, ग्रामीण मनीष शुक्ला, जिनके घर के सामने यह शिव मंदिर स्थित है, ने बताया कि शुक्रवार रात को अराजक तत्वों ने मंदिर में घुसकर शिवलिंग को तोड़ दिया और त्रिशूल उखाड़ ले गए। सुबह जब वे पूजा करने पहुंचे तो मंदिर की दशा देखकर स्तब्ध रह गए।
शिव भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़
ग्रामीणों ने कहा कि यह घटना शिव भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ है और ऐसा कुकृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस से मांग की कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष राजीव सिंह ने बताया कि घटना की तहकीकात की जा रही है। तहरीर मिलने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है। साथ ही, ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
Kashiram Jayanti: बहुजनों की सरकार चलानी है तो ‘सत्ता की मास्टर चाबी पाना जरूरी’,कांशीराम जयंती पर बोलीं मायावती
Kanshi Ram Jayanti: बसपा प्रमुख मायावती ने बसपा संस्थापक कांशीराम की 91 वीं जयंती पर अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर उन्हे याद किया और नमन किया है। मायावती ने अपने पोस्ट में लिखा कि कैसे बहुजन समाज के कार्यकर्ता कांशीराम जी के द्वारा दिखाए दिन-रात मेहनत करते हैं। उन्होने कहा कि अगर बहुजन समाज को गरीबी, शोषण, बेरोजगारी से मुक्ति दिलाना है तो ‘सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करना जरूरी’ है। मायावती ने ये भी बताया कि कांशीराम जी बहुजन समाज में गरीबी, बेरोजगारी, शोषण, अत्याचार, जातिवाद और सांप्रदायिक हिंसा को जड़ से खत्म करने के पक्ष में थे। पढ़ने के लिए क्लिक करें