Maha Kumbh 2025 Bhandara: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ शुरू होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। कुंभ मेले में भंडारे के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। आइए जानते हैं लाखों साधु-संतों और श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था कैसे होगी?
कौन करता है महाकुंभ में भंडारे का आयोजन?
The Maha Kumbh Mela 2025 is going to be held at Prayagraj from January 13th, 2025 to February 26th, 2025. Below is the
bathing dates for the 2025 Maha Kumbh
•Paush Purnima: January 13, 2025
•Makar Sankranti: January 14, 2025
•Mauni Amavasya: January 29, 2025
•Basant… pic.twitter.com/x8n3S0GeSO— 12 Jyotirlingas Of Mahadev (@12Jyotirling) December 13, 2024
मेला प्रशासन महाकुंभ में भंडारे का आयोजन करेगा। जानकारी के अनुसार भंडारे के अलावा 10 लाख कल्पवासियों को दो बार राशन दिया जाएगा। इसके लिए राशन कार्ड बनाने का मुद्दा सामने आया है। कल्पवास को लोगों के आध्यात्मिक विकास का साधन माना जाता है।
यह सम्पूर्ण माघ मास संगम पर रहने से प्राप्त होता है। पुण्य अर्जित करने की इस प्रथा को कल्पवास कहा जाता है। इसके साथ ही विभिन्न संगठन भंडारे का आयोजन करते हैं। इसके लिए देश के हर कोने से श्रद्धा के अनुसार मदद भेजी जा रही है। मेला प्रशासन द्वारा शिविर लगाए जा रहे हैं। इसमें अधिकतम पांच लोग रह सकते हैं।
आटा दान करना चाहिए।
महाकुंभ मेले में साकेत धाम आश्रम का भंडारा शुरू किया जाएगा। जबकि हरियाणा के पेहोवा से संगमेश्वर महादेव मंदिर से भी महाकुंभ के लिए भंडारा सामग्री भेजी गई है। इसी प्रकार कई अन्य आश्रम व संस्थाएं भी महाकुंभ के लिए भंडारा सामग्री भेज रही हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि महाकुंभ के दौरान आटे का दान करना चाहिए। यहां कई स्थानों पर भंडारे का भी आयोजन किया जाता है, जहां निःशुल्क भोजन की व्यवस्था होती है।
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