रिपोर्ट- अभय शर्मा, मेरठ
Cartridges New Rule: यूपी एसटीएफ द्वारा भारी मात्रा में कारतूसों की बरामदगी के बाद मेरठ रेंज के तेजतर्रार डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। अब मेरठ समेत रेंज के सभी जिलों में ‘ऑपरेशन शस्त्र’ चलाया जाएगा, जिसके तहत लाइसेंसी हथियारों की सख्त निगरानी होगी और कारतूसों की खरीद-बिक्री पर कड़ी पाबंदियां लगाई जाएंगी।
क्या है नया नियम?
- कारतूस खरीदने से पहले देनी होगी पूरी जानकारी – अब कोई भी लाइसेंसधारक नए कारतूस तभी ले सकेगा जब वह पहले मिले कारतूसों की खपत का ब्यौरा देगा।
- एसडीएम और पुलिस की जांच के बाद ही मिलेगी मंजूरी – अब एसडीएम व पुलिस क्षेत्राधिकारी की जांच के बाद ही कारतूस मिल सकेंगे।
- नए लाइसेंसधारियों के लिए सीमित कारतूस – हाल ही में जारी किए गए नए शस्त्र लाइसेंस पर सीमित संख्या में ही कारतूस दिए जाएंगे।
- खिलाड़ियों के लिए भी नए नियम – अब शूटरों को 80% के बजाय 90% खाली खोखों का रिकॉर्ड जमा करना अनिवार्य होगा।
यूपी के मेरठ में डी आई जी कलानिधि नैथानी बोले- लायसेंसी हथियार के लिए नए कारतूस खरीदने से पहले देना होगा पुराने कारतूस का ब्यौरा#Meerut #UPNews #STF #SpecialTaskForce pic.twitter.com/VIFIikNYdl
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 6, 2025
लाइसेंसी हथियारों के दुरुपयोग पर होगी कड़ी कार्रवाई
- यदि कोई लाइसेंसी हथियार धारक अपना हथियार दूसरे को इस्तेमाल के लिए देता है, तो उसके खिलाफ आयुध अधिनियम की धारा 30 के तहत मुकदमा दर्ज होगा।
- गोलीकांड में परिवार और दोस्तों पर भी कार्रवाई – यदि किसी अपराध में लाइसेंसी हथियार का उपयोग होता है, तो केवल मालिक ही नहीं, बल्कि उसके परिवार और दोस्तों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- हथियार लाइसेंस रद्द होगा – यदि कोई व्यक्ति नियमों (Cartridges New Rule) का उल्लंघन करता है तो उसका शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
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इन 5 प्वाइंट पर होगी जांच
- गोली किसने चलाई ?
- असलहा किसने दिया व किसके नाम है ?
- असलहा अवैध है तो किससे खरीदा और कहां बना ?
- असलहा किसके घर पर या किस स्थान पर रखा जाता था ?
- गोलीकांड में घटनास्थल तक पहुंचने में किस वाहन का प्रयोग हुआ तथा उस वाहन का स्वामी कौन था और उस वाहन में मुख्य अभियुक्त के साथ कौन- कौन था ?
एसटीएफ ने बरामद किए थे 1975 कारतूस
मेरठ एसटीएफ ने हाल ही में 12 बोर के 1975 कारतूस बरामद कर एक बड़े रैकेट का खुलासा किया था। इस मामले में मुजफ्फरनगर के राशिद अली को गिरफ्तार किया गया था, जो कारतूसों की अवैध सप्लाई में लिप्त था। आरोपी को मेरठ के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
क्यों जरूरी है ‘ऑपरेशन शस्त्र’?
मेरठ और आसपास के जिलों में अवैध हथियारों और कारतूसों की तस्करी लगातार बढ़ रही है। हालिया बरामदगी से साफ है कि गैंगस्टर और अपराधी बड़े पैमाने पर अवैध हथियारों का जखीरा इकट्ठा कर रहे हैं। इसी के चलते डीआईजी नैथानी ने मेरठ रेंज में ऑपरेशन शस्त्र को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है।
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हाल हीं में बड़ी मात्रा में हुए थे कारतूस बरामद
दरअसल, मेरठ एसटीएफ ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से 12 बोर के कुल 1975 कारतूस बरामद किये गये थे। आरोपी कार में कारतूस रखे हुए था।
पल्लवपुरम थाना क्षेत्र से एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्त में आया अभियुक्त का नाम राशिद अली था, जो मुजफ्फरनगर जिले के बुढ़ाना तहसील के गांव जोला का रहने वाला था।
क्या कहते हैं अधिकारी?
DIG कलानिधि नैथानी ने कहा कि ‘मेरठ रेंज में अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त को पूरी तरह खत्म किया जाएगा। जो भी नियमों (Cartridges New Rule) का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।’
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