हाइलाइट्स
- FIITJEE कोचिंग सेंटर पर 206 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा।
- ईडी की छापेमारी में 10 लाख रुपये नकद, 4.89 करोड़ रुपये के जेवरात बरामद।
- 32 कोचिंग सेंटर बंद करने और छात्रों से धोखाधड़ी करने के पुख्ता सबूत मिले।
ED raids on FIITJEE: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फिटजी कोचिंग संस्थान पर बड़ा घोटाला करने का मामला सामने आया है। जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 206 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया है। ईडी की छापेमारी में 32 कोचिंग सेंटर बंद करने और छात्रों से धोखाधड़ी करने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
शनिवार 26 अप्रैल की सुबह ईडी की छापेमारी की कार्रवाई समाप्त हुई, जिसमें एजेंसी को 10 लाख रुपये नकद, 4.89 करोड़ रुपये के जेवरात और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं।
ईडी की जांच में धोखाधड़ी का खुलासा
ईडी की जांच में FIITJEE के संचालकों पर करीब 206 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। संस्थान ने चार वर्षीय कोर्स के लिए करीब 15,000 छात्र-छात्राओं से लगभग 250 करोड़ रुपये वसूले और फिर जनवरी माह में देशभर के 32 कोचिंग सेंटर अचानक बंद कर दिए।
32 सेंटर अचानक किए बंद
गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, नोएडा, प्रयागराज, दिल्ली, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, फरीदाबाद, गुरुग्राम और मुंबई सहित कुल 32 केंद्रों को बिना पूर्व सूचना बंद कर दिया गया, जिससे हज़ारों छात्रों और अभिभावकों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।
FIR और अभिभावकों की शिकायतें
मामले को लेकर लखनऊ, नोएडा, दिल्ली और भोपाल सहित कई शहरों में FIR दर्ज की गई थी। अभिभावकों ने संस्थान पर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।
ईडी की छापेमारी में डायवर्ट किए पैसे
ईडी ने गुरुवार को कोचिंग संचालक डीके गोयल के दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम स्थित आठ ठिकानों पर छापे मारे थे। जांच में पता चला कि छात्रों के रजिस्ट्रेशन और फीस की रकम को दूसरी कंपनियों में डायवर्ट किया गया। ईडी ने डीके गोयल का बयान भी दर्ज किया है।
मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
इतना ही नहीं, संस्थान ने अपने शिक्षकों को वेतन का भुगतान भी नहीं किया था। जिससे सैकड़ों शिक्षक भी प्रभावित हुए हैं। ईडी अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी जांच कर रही है और अन्य संबंधित लोगों की भूमिका खंगालने में जुटी है।
Lucknow FCI Tender Fraud: FCI टेंडर के नाम पर 4 करोड़ की ठगी, STF के हत्थे चढ़ा शातिर जालसाज
उत्तर प्रदेश में एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) में टेंडर दिलाने के नाम पर 4 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले शातिर जालसाज को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने धर दबोचा है। आरोपी की पहचान नजाहिर हुसैन उर्फ अरविंद चौहान उर्फ सागर खंडेलवाल के रूप में हुई है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें