हाइलाइट्स
- 600 बसों में लगे एंटी स्लीप डिवाइस
- हर दिन दो बड़े हादसे टाल रही तकनीक
- ड्राइवर की झपकी पर अलार्म से सतर्कता
UP Bus Anti Sleep Device: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने रातों में हो रहे हादसे की रोकथाम के लिए औ यात्राओं को सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। राज्य की 600 लंबी दूरी तय करने वाली बसों में अब एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जा चुकी हैं, जो ड्राइवर को झपकी आने की स्थिति में अलर्ट कर संभावित हादसों को टाल सकेगी। अधिकारियों के मुताबिक, इस तकनीक से हर दिन औसतन दो बड़े हादसे रोके जा रहे हैं।
कैसे काम करता है एंटी स्लीप डिवाइस?
यह डिवाइस बस के स्टेयरिंग और एक्सीलेटर से जुड़ी होती है। यदि ड्राइवर एक्सीलेटर नहीं दबाता या जरूरत से ज्यादा दबाता है, या फिर स्टेयरिंग में कोई गतिविधि नहीं होती, तो यह तुरंत अलार्म बजा देती है। यह अलार्म ड्राइवर के साथ-साथ बस में मौजूद यात्रियों को भी सुनाई देता है, जिससे सब एलर्ट हो जाते हैं।
ड्राइवर भी हो रहे ज्यादा सतर्क
इस पहल की शुरूआत में हर रोज 50 से 60 अलर्ट आते थे, लेकिन कई बार सीधे रास्तों पर ड्राइवर की सीमित गतिविधि के चलते भी अलार्म बज जाता था। अब जब ड्राइवर इस डिवाइस को पहचानने लगे हैं, तो वे स्टेयरिंग या एक्सीलेटर में हलचल बनाए रखते हैं, जिससे अलर्टनेस बनी रहती है और यात्रियों को भी सुरक्षा का भरोसा मिलता है।
सुरक्षा के लिए अन्य इंतजाम भी
एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि सभी बसों में स्पीड लिमिटिंग डिवाइस लगाए गए हैं ताकि ओवरस्पीडिंग पर रोक लग सके। जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से हर बस की लाइव लोकेशन पर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा लंबी दूरी की बसों में दो ड्राइवरों की तैनाती अनिवार्य कर दी गई है।
Meerut CBI Raid: मेरठ में डॉ. सरोजनी अग्रवाल के मेडिकल कॉलेज पर CBI की रेड, एमबीबीएस सीट आवंटन में गड़बड़ी मामला
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