हाइलाइट्स
- इकबाल महमूद ने कांवड़ियों को बताया अराजक तत्व
- सपा विधायक बोले- भक्ति नहीं, ये बदतमीज़ी है
- कांवड़ यात्रा पर बयान से सियासी हलचल तेज
Iqbal Mahmood Controversial Statement: उत्तर प्रदेश के संभल जिले से समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और सदर विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक विवादित बयान देकर सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने सड़कों पर कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाली अव्यवस्था और हुड़दंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि “गुंडागर्दी करने वाले शिव भक्त नहीं, अराजक तत्व हैं।”
विधायक इकबाल महमूद का बयान
इकबाल महमूद ने कहा, “आज जो लोग सड़कों पर दिख रहे हैं, वे सच्चे शिव भक्त कम और गुंडे- मवाली ज्यादा लगते हैं। इनकी हरकतें भक्ति नहीं, बदतमीज़ी की श्रेणी में आती हैं।” उन्होंने यहां तक कहा कि “ऐसे लोगों को ऊपर वाला न स्वर्ग में जगह देगा, न नर्क में।”
उन्होंने यह भी कहा कि “धर्म के नाम पर अराजकता फैलाना स्वीकार नहीं है। कांवड़ यात्रा एक पवित्र धार्मिक परंपरा है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व इसे प्रदर्शनी और दहशत फैलाने का जरिया बना रहे हैं।*”
शिव भक्तों के लिए अलग रास्ते की वकालत
विधायक ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है, तो कांवड़ियों के लिए अलग रास्ता तय किया जाएगा, जिससे वे शांति से अपनी यात्रा पूरी कर सकें और आम जनता को भी यातायात या सुरक्षा से जुड़ी कोई परेशानी न हो।
गंगा-जमुनी तहजीब पर भी बोले
इकबाल महमूद ने भारत की गंगा-जमुनी तहजीब और हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर देते हुए कहा, “कुछ लोग इस सांझी विरासत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन आज भी देश का आम हिंदू सेक्युलर और समझदार है, जो नफरत फैलाने वालों के झांसे में नहीं आता।”
राजनीतिक प्रतिक्रिया
महमूद के इस बयान पर सियासी हलचल तेज हो गई है। वहीं विरोधी दलों ने इसे हिंदू आस्था का अपमान बताया है। सपा समर्थकों का कहना है कि विधायक ने कांवड़ यात्रा के नाम पर हो रही अराजकता के खिलाफ आवाज उठाई है, न कि किसी धर्म के विरोध में।