रिपोर्ट- अंकित श्रीवास्तव
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म ही विश्व मानवता को सुरक्षित रख सकता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए मानव धर्म है। यह बात उन्होंने गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में आयोजित श्रृंगेरी शारदा पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती सन्निधानम के अभिनंदन समारोह में कही।
सनातन धर्म है मानवता का आधार
सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म वास्तव में मानव धर्म है। यह धर्म स्वतंत्रता, उन्मुक्तता और सहजता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म किसी पर अपने विचार नहीं थोपता। यह जीवन जीने का एक तरीका है जो स्वतंत्रता और सहजता से भरा हुआ है।” उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म को किसी एक परिभाषा में सीमित नहीं किया जा सकता। यह कृत और कर्ता के प्रति कृतज्ञता का भाव है।
भगवान आदि शंकर ने किया सनातन धर्म का पुनरुद्धार
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय ऐसा लगने लगा था कि सनातन धर्म समाप्त हो जाएगा, लेकिन भगवान आदि शंकर ने इस परंपरा को पुनर्जीवित किया। उन्होंने विजय यात्रा निकाली, शास्त्रार्थ किया और देश के चार कोनों में चार धर्म पीठों की स्थापना की। ये पीठें उत्तर में ज्योर्तिष, पूरब में जगन्नाथ, पश्चिम में द्वारिका और दक्षिण में श्रृंगेरी पीठ हैं।
प्रयागराज महाकुंभ का संदेश
सीएम योगी ने प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि यह आयोजन पूरे विश्व को एकता का संदेश दे रहा है। उन्होंने बताया कि 45 दिन के महाकुंभ में अब तक 48 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा-जमुना-सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में काशी और अयोध्या में भव्य मंदिरों का निर्माण हुआ है, जो सनातन धर्मावलंबियों के लिए गौरव का विषय है।
जगद्गुरु शंकराचार्य ने की सीएम योगी की प्रशंसा
श्रृंगेरी शारदा पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती सन्निधानम ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में भव्य व्यवस्था से पूरा विश्व चकित है। उन्होंने कहा कि जब सनातन आस्था वाले सन्यासी मुख्यमंत्री बनते हैं, तो ऐसा ही व्यापक परिवर्तन देखने को मिलता है। उन्होंने सीएम योगी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में धर्म और देश दोनों की भलाई के लिए कार्य हो रहा है।
धर्म और देश दोनों हैं समान रूप से महत्वपूर्ण
जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि धर्म और देश दोनों हमारे लिए दो आंखों के समान हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे नेता चाहिए जो देश और धर्म दोनों की भलाई के लिए कार्य करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की देश और धर्म के प्रति श्रद्धा की सराहना की।
सनातन धर्म है अनादि और अनंत
जगद्गुरु शंकराचार्य ने सनातन धर्म के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह धर्म अनादि काल से आचरण में रहने वाला है। इसका न तो आरंभ है और न ही अंत। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में स्पष्ट किया है कि जब-जब धर्म पर संकट आएगा, तब-तब ईश्वर अवतार लेकर इसकी रक्षा करेंगे।
धर्म से प्राप्त संस्कार ही बनाते हैं सक्षम
शंकराचार्य जी ने कहा कि धर्म से प्राप्त संस्कार ही हमें हर कार्य करने में सक्षम बनाते हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के बावजूद धर्म का आचरण करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सुख प्राप्त करने के लिए धर्म का आचरण करना होगा और दुख दूर करने के लिए धर्म का मार्ग छोड़ना पड़ेगा।
ये भी पढ़ें: गोरखपुर में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रही छात्रा ने लगाई फांसी, कल आया था JEE का रिजल्ट, उसके बाद ये हुआ
कार्यक्रम में उपस्थित रहे गणमान्य लोग
इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरिंदर सिंह, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी सैनी, विधायक राजेश त्रिपाठी, महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ला, डॉ विमलेश पासवान सहित कई जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद और गणमान्यजन उपस्थित रहे।
ये भी पढ़ें: CM योगी को मारकर देश का डॉन बनने वाले अपराधी को STF ने दबोचा, कहा- बहुत बड़ी गलती हो गई