हाइलाइट्स
- समय रहते राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारियां पूरी कर ली जाएं
- संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहचान
- आटा-दाल-चीनी समेत 26 ज़रूरी सामान होंगे शामिल
UP Flood Relief Kit: उत्तर प्रदेश सरकार ने संभावित बाढ़ से निपटने के लिए व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर समय रहते राहत एवं बचाव कार्यों की तैयारियां पूरी कर ली जाएं। इस बार सरकार की खास योजना के तहत बाढ़ पीड़ितों को हर सप्ताह राहत किट दी जाएगी, जिसमें 26 ज़रूरी वस्तुएं शामिल होंगी।
राहत किट में होंगे ये ज़रूरी सामान
राज्य सरकार द्वारा तैयार की जा रही राहत किट में रोजमर्रा के जीवन के लिए आवश्यक वस्तुएं होंगी
- आटा (10 किलो)
- चावल (10 किलो)
- आलू (10 किलो)
- अरहर दाल (2 किलो)
- चीनी
- लाई, चना, भूना चना
- बिस्कुट
- माचिस, मोमबत्ती
- नहाने का साबुन, कपड़े धोने का साबुन
- ढक्कन वाली बाल्टी, मग
- तौलिया, सूती कपड़ा
- तिरपाल (आवास के लिए)
- सरसों का तेल (1 लीटर)
- नमक (1 किलो)
- हल्दी (200 ग्राम), मिर्च (100 ग्राम), सब्जी मसाला (200 ग्राम)
- सैनिटरी पैड (20)
- 20 डिस्पोजल बैग
- डेटॉल या सेवलॉन (100 मिली)
भोजन, निवास और नाव की व्यवस्था
मुख्य सचिव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में शरणालय बनाए जाएंगे जहां तीन समय का भोजन, नाश्ता और साफ पानी उपलब्ध कराया जाएगा। पीने के पानी की शुद्धता के लिए दवाओं की व्यवस्था होगी। साथ ही बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से जल निकासी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
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नाविकों को मिलेगा समय पर भुगतान
बाढ़ के समय लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए नावों का इंतजाम किया जाएगा। नाविकों को सेवा देने के 24 घंटे के भीतर भुगतान किया जाएगा ताकि कोई देरी न हो और राहत कार्य निर्बाध रूप से चल सके।
पशुओं की सुरक्षा भी प्राथमिकता
सरकार ने स्पष्ट किया है कि पशुओं की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जाएगी। बाढ़ आने से पहले ही पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा ताकि किसी प्रकार का संक्रमण न फैले।