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UP DGP Prashant Kumar: महाकुंभ संपन्न होने पर बोले डीजीपी प्रशांत कुमार, कहा पहले कभी नहीं दिखा ऐसे आयोजन का मॉडल

UP DGP Prashant KumarOn Prayagraj Mahakumbh Mela 2025  महाकुंभ का महाशिवरात्रि को आखिरी दिन था, महाकुंभ का आखिरी और अंतिम स्नान महाशिवरात्रि को संपन्न हुआ। महाकुंभ में इस बार रिकॉर्ड संख्या 65 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

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Bansal news
UP DGP Prashant Kumar: महाकुंभ संपन्न होने पर बोले डीजीपी प्रशांत कुमार, कहा पहले कभी नहीं दिखा ऐसे आयोजन का मॉडल

UP DGP Prashant Kumar: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से चल रहे महाकुंभ का महाशिवरात्रि को आखिरी दिन था, महाकुंभ का आखिरी और अंतिम स्नान महाशिवरात्रि को संपन्न हुआ। महाकुंभ में इस बार रिकॉर्ड संख्या 65 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इतने बड़े आयोजन को सकुशल संपन्न कराने में पुलिस और प्रशासन की विशेष भूमिका रही, जिस पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने खुशी जताई. उन्होंने कहा इतने बड़े आयोजन का ऐसा मॉ़डल पहले कभी नहीं देखने मिला। 

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पूरे राज्य में भक्त बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जा रहे हैं

मीडिया से बात करते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे राज्य में भक्त बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आज महाकुंभ का आखिरी दिन है और महाकुंभ के 45 दिनों में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है।  
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विश्व स्तरीय तकनीकों और AI का इस्तेमाल किया

हमने भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए विश्व स्तरीय तकनीकों और AI का इस्तेमाल किया... सभी एजेंसियों से हमें जो सहयोग मिला, उससे हमें अभूतपूर्व तरीके से प्रदर्शन करने में मदद मिली। अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर प्रयागराज के दर्शन करने के बाद पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी।  

— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 26, 2025

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महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हो गया  हमने रेलवे के साथ मिलकर काम किया।  हमें पूरा विश्वास था और जैसा कि मैंने पहले कहा, यह हमारे लिए चुनौती नहीं बल्कि अवसर है। हमारे कर्मियों ने 45 दिनों तक जमीन पर काम किया और उससे पहले दो महीने तक प्रशिक्षण लिया। हमने कई उदाहरण पेश किए जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे। हमारी सुरक्षा व्यवस्था कुछ और दिनों तक बनी रहेगी जब तक कि हम अपने सभी उपकरण नष्ट नहीं कर देते... व्यक्तिगत रूप से, यह गर्व की बात है और एक अविस्मरणीय अनुभव है।

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