Highlights:
- आतंकवादी लाजर मसीह को कौशांबी से गिरफ्तार
- हथियार और विस्फोटक बरामद
- आईएसआई और बब्बर खालसा से संपर्क
Kaushambi Babbar Khalsa Terrorist: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के एक सक्रिय आतंकवादी लाजर मसीह को कौशांबी से गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश एसटीएफ और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत की गई। गिरफ्तार आतंकी ने कुछ समय पहले राम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी थी। इसको लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी प्रशांत कुमार ने लाजर मसीह को लेकर जानकरी दी।
आतंकी का ISI और बब्बर खालसा से संबंध
पुलिस के अनुसार, लाजर मसीह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के जर्मन-आधारित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता था। वह पाकिस्तान स्थित ISI के एजेंटों के साथ सीधे संपर्क में था। आतंकी के पास से 3 सक्रिय हैंड ग्रेनेड, 2 सक्रिय डेटोनेटर, 13 कारतूस और एक विदेशी पिस्तौल सहित अवैध हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।
फर्जी दस्तावेज और मोबाइल भी बरामद
गिरफ्तार आतंकी के पास से गाजियाबाद के पते वाला फर्जी आधार कार्ड और बिना सिम कार्ड वाला एक मोबाइल फोन भी मिला है। पुलिस का मानना है कि लाजर मसीह ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके अपनी पहचान छुपाई थी और महाकुंभ के दौरान बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
यह भी पढ़ें- UP Weather Update: यूपी में ठंड की वापसी! आने वाले दिनों में गिर सकता है तापमान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
पंजाब से था फरार, आईएसआई से थे संपर्क
पुलिस के अनुसार, लाजर मसीह पिछले साल 24 सितंबर को पंजाब में न्यायिक हिरासत से फरार हो गया था और तब से वह छिप रहा था। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंटों के संपर्क में था और उसने पंजाब में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था।
महाकुंभ और राम मंदिर को लेकर धमकी
डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि लाजर मसीह ने महाकुंभ के दौरान आतंकी हमले की धमकी दी थी। इसके अलावा, उसने राम मंदिर को नुकसान पहुंचाने की योजना भी बनाई थी। पुलिस ने इस संबंध में विशेष बलों को अलर्ट पर रखा था और लगातार निगरानी की जा रही थी।
पूछताछ में हुए बड़े खुलासे
पुलिस ने बताया कि लाजर मसीह की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। वह पाकिस्तानी एजेंटों के साथ मिलकर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। उसने पंजाब में फिरौती के लिए एक व्यक्ति की हत्या भी की थी।
पुलिस की सतर्कता से विफल हुई योजना
डीजीपी ने कहा कि पुलिस की सतर्कता और मुस्तैदी के कारण लाजर मसीह अपनी योजना को अंजाम नहीं दे पाया। महाकुंभ के दौरान 50 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी, जिसके चलते किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सका।
आगे की जांच जारी
पुलिस ने बताया कि लाजर मसीह के मोबाइल फोन से मिली जानकारी का साइबर विश्लेषण किया जा रहा है। इससे और भी खुलासे होने की उम्मीद है। पुलिस ने कहा कि आतंकी गतिविधियों को विफल करने में उत्तर प्रदेश पुलिस और अन्य एजेंसियों का समन्वय सराहनीय रहा।
यह भी पढ़ें- UP Government New Schemes: यूपी सरकार की 10 नई योजनाएं, महापुरुषों के नाम पर होंगी शुरू, मिलेंगे ये लाभ