हाइलाइट्स
- संविदा कर्मचारियों के वेतन को बढ़ाकर ₹20,000 प्रति माह करने का आदेश है।
- हर महीने की 5 तक सीधे उनके बैंक खातों में जमा किया जाना है।
- 10 लाख आउटसोर्स कर्मचारी अलग- अलग पदों पर काम कर रहे हैं ।
UP Contract Employee 20000 Salary: उत्तर प्रदेश में राज्य के तकरीबन 10 लाख आउटसोर्स कर्मचारी अलग- अलग पदों पर काम कर रहे हैं इन संविदा कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी और सेवा निगम की बात काफ़ी दिनों से चर्चा में है। हालांकि पिछले दिनों प्रदेश सरकार की योगी कैबिनेट में संविदा कर्मचारियों के वेतन को बढ़ाकर ₹16,000 प्रति माह करने का निर्णय लिया गया था। मगर मंगलवार 2 सितंबर हुई कैबिनेट बैठक में इसमें 4 हजार की बढ़ोतरी की गई है। जिसे हर महीने की 5 तक सीधे उनके बैंक खातों में 20,000 जमा किया जाना है।
क्या है सरकार का फैसला?
सरकारी विभागों में कार्यरत आउटसोर्सिंग स्टाफ के शोषण और वेतन में पारदर्शिता लाने के लिए कैबिनेट मीटिंग के बाद, मंत्री अनिल राजभर ने जानकारी साझा करते हुए कहा था कि तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन ₹16,000 प्रतिमाह तय किया गया था। इसके साथ ही जो कर्मचारी द्वितीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी को ₹21,500 ₹15,000 प्रतिमाह वेतन दिए जाने की व्यवस्था की गई थी।
कर्मचारियों के PF और अन्य चीजों की भी व्यवस्था
गौरतलब है कि इस नई नीति में कर्मचारियों को वेतन बढ़ा के नहीं बल्कि उनके लिए पीएफ (Provident Fund) और अन्य लाभ भी समय पर देने की बात की गई थी। सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि वेतन और पीएफ की रकम हर महीने की 5 तारिख तक सीधे कर्मचारियों के बैंक खातों में भेज दी जाएगी। मंत्री ने भी कहा था कि ये कर्मचारी लंबे समय से आर्थिक समस्या का सामना कर रहे थे ऐसे में इन कर्मचारियों का थोड़ा बोझ कम होता।
अन्य राज्यों में भी हो रही है वेतन वृद्धि
बता दें कि इस लिस्ट में केवल यूपी ही नहीं बल्कि अन्य राज्य भी हैं। जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार ने संविदा कर्मचारियों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। इसमें स्वास्थ्य बीमा और अनुकंपा नियुक्ति जैसे लाभ शामिल हैं। यैसे में कल 5 अगस्त है और संविदा कर्मचारियों के खाते में पीएफ के पैसे और 18000 रूपए क्रेडिट किए जाते हैं तो कर्मचारियों समेत प्रदेश के लोगों में सरकार प्रति और विश्वास बढ़ेगा।