लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद- उप्र बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं बृहस्पतिवार से शुरू हो गईं । राज्य की राजधानी लखनऊ के कुछ परीक्षा केंद्रों को गुब्बारों से सजाया गया है और परीक्षार्थियों को फूल भी दिए गए । हाई स्कूल की परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होकर तीन मार्च तक यानी कुल 12 दिन चलेंगी। इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक यानी 14 दिन तक चलेंगी।
सीएम योगी ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10वीं एवं 12वीं कक्षा की परीक्षाओं में सम्मिलित हो रहे विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी हैं । इस बार परीक्षा को लेकर राज्य सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें नकल करने वालों पर रासुका की कार्रवाई से लेकर केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ एफआईआर तक की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर लगभग 1.43 लाख परीक्षा कक्षों और परिसर में लगभग तीन लाख वॉयस रिकॉर्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर राउटर डिवाइस और हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था की गई है। इस बार हाईस्कूल परीक्षाओं के लिए 31 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं एवं इंटर मीडिएट परीक्षाओं में 27 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हुए हैं ।
परीक्षार्थियों का फूल देकर किया स्वागत
लखनऊ के निशातगंज स्थित राजकीय इंटर कालेज में बृहस्पतिवार की सुबह परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों का स्वागत फूल देकर किया गया । यहां कुछ विद्यालयों में रंगबिरंगे गुब्बारों से स्वागत द्वार भी बनाए गये हैं । एक सरकारी बयान के मुताबिक लखनऊ से परीक्षा की निगरानी की जा रही है। इसके लिए दो कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं जो प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर वेब कास्टिंग के जरिए ‘लाइव मॉनीटरिंग’ कर रहे हैं। इन दोनों कंट्रोल रूम से प्रत्येक मंडल से लेकर प्रत्येक जिला और प्रत्येक परीक्षा केंद्र तक पर नजर रखी जा रही है। ऑनलाइन मॉनीटरिंग के दौरान जिन विद्यालयों में कोई अव्यवस्था आ रही है, उसके लिए तत्काल प्रभाव से नोडल अधिकारी की ओर से संबंधित परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक से संपर्क किया जा रहा है।परीक्षाओं के संपादन एवं अनुश्रवण के लिए प्रदेश से सभी 75 जिलों में एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई है जो पूरी परीक्षा की समीक्षा करेगा और शासन को रिपोर्ट देगा।
केंद्र पर की व्यवस्था
इसके अलावा केंद्र की व्यवस्था में 26 हजार से ज्यादा लोगों को लगाया गया है। इनमें प्रत्येक केंद्र में केंद्र व्यवस्थापक के अलावा वाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं ‘स्टेटिक मजिस्ट्रेट’ की नियुक्ति की गई है। यही नहीं 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 455 जोनल मजिस्ट्रेट, 521 सचल दल भी तैनात किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 16 जनपद ऐसे हैं जिन्हें अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें बलिया, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, देवरिया, गोंडा, मथुरा, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, बागपत, हरदोई, प्रयागराज और कौशांबी शामिल हैं। प्रदेश में कुल 936 संवेदनशील तथा 242 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए हैं। उप्र बोर्ड की परीक्षा में इस बार 170 जेल में बंद बंदी भी शामिल होंगे। परीक्षा के लिए विभिन्न जिलों में केंद्र बनाया गया है।