चंडीगढ़, 18 जनवरी (भाषा) कृषि कानूनों के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन की अगुवाई में शामिल संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को कहा कि उस बैठक से उसका कोई नाता नहीं है जिसमें गुरनाम सिंह चढूनी समेत विपक्षी दलों के कुछ नेता शामिल हुए थे।
इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने दोहराया कि आंदोलन का किसी राजनीतिक दल से कोई सीधा संबंध नहीं है।
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष चढूनी ने रविवार को दिल्ली में विपक्षी दलों के साथ एक बैठक में हिस्सा लिया था और किसानों के मुद्दे पर 22 और 23 जनवरी को ‘जन संसद’ आहूत करने की घोषणा का समर्थन किया था जिसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया था।
संयुक्त किसान मोर्चा ने एक वक्तव्य में कहा कि उसकी समन्वयक समिति ने चढूनी द्वारा राजनीतिक दलों की बैठक में शामिल होने पर पूछताछ की है।
वक्तव्य में कहा गया, “चढूनी ने समिति के सामने लिखित स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि उन्होंने कल की बैठक व्यक्तिगत तौर पर बुलाई थी। संयुक्त किसान मोर्चा का इससे कोई लेना देना नहीं है। इसके आलोक में उन्होंने समिति को आश्वासन दिया है कि भविष्य में वह राजनीतिक दलों के साथ कोई बैठक नहीं करेंगे।”
समिति ने चढूनी के बयान का स्वागत किया और विवाद का अंत करने का निर्णय लिया।
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