प्रयागराज: Umesh Pal Murder Case जैसा कि, प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड का मामला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है वहीं पर अब भी हत्याकांड में शामिल कुछ मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है। इसे लेकर ही हत्याकांड से बड़ी खबर सामने आई है । जिसमें हत्याकांड से जहां पर सभी पर बुरा असर पड़ा है वहीं पर उमेश की नाबालिग भतीजी को ऐसा गहरा सदमा लगा है कि,जिस मंजर को यादकर आज भी चीख पड़ती है।
सीसीटीवी में कैद हुआ डर
आपको बताते चले कि, यहां पर घटना के दौरान लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले तो, इसमें नजर आया कि, गली के मुहाने पर उमेश पर फायरिंग हो रही थी, तभी उनकी भतीजी शिखा (नाम काल्पनिक) अपने घर से भागते हुए आई। वह चाचा उमेश के करीब पहुंची तो देखा कि वह असद से बचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। जबकि असद उनका सिर नीचे कर गर्दन में गोली मारने का प्रयास कर रहा था। उसने पिस्टल से गोली मार भी दी।
यहां पर कई गोलियां लगने के बावजूद उमेश ने असद को धकेल दिया और भागे लेकिन असद ने पीछे से उन गोलियां बरसा दी थी। यह देख शिखा भागी। एक गोली उसके पास दीवार से भी टकराई।
शिखा की चीख से निकले थे परिजन
आपको बताते चले कि, यहां पर फुटेज में दिखा कि शिखा के पीछे जान बचाकर भाग रहे सिपाही राघवेंद्र सिंह पर गुड्डू मुस्लिम ने दूर से बम फेंका। बम दीवार से टकराया और राघवेंद्र भी चपेट में आकर घायल हो गया। शिखा ने उमेश के घर में जाकर चीख-पुकार की जिसके बाद पत्नी जया पाल समेत आसपास की महिलाएं घर से निकल गली की तरफ जाती दिखी थीं।