Umaria Damoh Panchayat Sachiv Bribe: भुगतान के बदले कमीशन मांग रहे पंचायत सचिव को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जनपद पंचायत मानपुर के माला गांव के पंचायत सचिव संतोष कुमार सोनी ने अमृत सरोवर का काम जेसीबी मशीन से करवाने के बाद भुगतान के बदले 7.5% कमीशन की मांग की थी। कार्रवाई के दौरान निरीक्षक संदीप सिंह भदौरिया और उनकी टीम मौजूद रही। वहीं दूसरा मामला भी पंचायत सचिव के रिश्वत लेने का है जहां जिला मुख्यालय उमरिया में ही 5000 हजार की रिश्वत लेते हुए पंचायत सचिव गिरफ्तार हुआ है।
पहला मामला
उमरिया के मानपुर जनपद पंचायत में अमृत सरोवर के निर्माण के दौरान अपनी जेसीबी मशीन से काम करने वाले अंकुर तिवारी ने पंचायत सचिव संतोष कुमार सोनी के खिलाफ लोकायुक्त से शिकायत की थी। लोकायुक्त निरीक्षक संदीप सिंह भदोरिया ने बताया कि अंकुर तिवारी को पंचायत से अपने काम का दो लाख रुपये भुगतान प्राप्त करना था, लेकिन सचिव ने इसके बदले कमीशन की मांग की। सचिव ने आवेदक से 7.5 फीसदी कमीशन की मांग की थी। अंकुर ने पहले ही 5,000 रुपये दे दिए थे, लेकिन शेष 10,000 रुपये और मांगे जा रहे थे। लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप कार्रवाई की। अंकुर तिवारी को 10,000 रुपये के साथ सचिव के पास भेजा गया। जैसे ही सचिव ने रिश्वत की रकम ली, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
दूसरा मामला
जिला मुख्यालय उमरिया के पुराने बस स्टैंड से ग्राम पंचायत सचिव रामू सोनी को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई।
तीसरा मामला
दमोह जिले के पटेरा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भूरसिंह रावत ने ग्राम पंचायत कुटरी के सरपंच रामकुमार मिश्रा से पुराने निर्माण कार्यों के भुगतान और नए कार्यों की स्वीकृति के लिए कुल राशि का 10% कमीशन मांग रहे थे। इस पर सरपंच ने मंगलवार को 20 हजार रुपये देने की पेशकश की। लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार सुबह पटेरा में सीईओ के निजी आवास पर सरपंच को 20 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया।
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