हाइलाइट्स
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भोपाल में स्ट्रीट डॉग्स को लेकर बैठक।
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पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती निगम अफसरों के साथ की बैठक।
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CM को लिख चुकीं हैं लेटर।
Bhopal Stray Dogs: राजधानी भोपाल में आवारा कुत्तों का आतंक है। 13 दिन में आवारा कुत्तों के काटने से 2 बच्चों की मौत भी हो चुकी है। तो वहीं 20 दिनों में 500 से ज्यादा लोग आवारा कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। कुत्तों के काटने के बढ़ते मामलों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक दिन पहले CM डॉ. मोहन यादव को लेटर लिखा था। आज उन्होंने नगर निगम के अफसरों के साथ मीटिंग की।
उमा भारती ने ये सुझाव
इस दौरान पूर्व सीएम उमा भारती ने कुछ झुलाव दिए हैं। उन्होंने अपने एक्स सोशल मीडिया अकाऊंट पर लिखा कि मेरा मेरा पत्र पाते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने कलेक्टर भोपाल को तुरंत निर्देश दिए तथा कलेक्टर भोपाल ने समाधान के लिए तत्परता दिखाई, जनहित में इस प्रकार की शीघ्रता एवं तत्परता अभिनंदनीय है।
मैं आज भोपाल नगर निगम के विशिष्ट अधिकारियों के साथ बैठी। इसमें चर्चा के मुख्य बिंदु रहे-
मनुष्य एवं पशु के बीच सामंजस्य बने,
पैट लवर्स एवं एनजीओ से आग्रह करें कि वह इन आवारा कुत्तों की जिम्मेदारी लें अन्यथा नगर निगम इनको सुरक्षित स्थानों पर रख ले,
श्रमिकों, स्त्रियों एवं उनके बच्चों के लिए निर्माण स्थल पर श्रमिक नीति का क्रियान्वयन हो तथा इसके उल्लंघन पर कंपनियों पर कार्यवाही हो,
पैट लवर्स ने मुझसे मिलने का समय मांगा है, इसमें मैंने सहमति दे दी है। मैं मिलने के लिए उत्सुक हूं एवं उनके सुझाव चाहती हूं।
इस पहल के लिए भोपाल आदर्श बने ऐसा मेरा आग्रह मध्य प्रदेश की अपनी सरकार से है।
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उमा भारती ने लिखा था लेटर
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने CM मोहन यादव को लेटर लिखा, लेटर में पुरानी घटनाओं का भी जिक्र किया था। बता दें, कि 10 जनवरी को कुत्तों के काटने से मिनाल रेसीडेंसी क्षेत्र में पार्क के पास 7 महीने के मासूम केशव और 23 जनवरी की रात में 4 साल के सुलेमान को काटा था जिसकी मौत हो गई थी।
उमा भारती ने लेटर में लिखा
मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश में खासकर भोपाल में कुत्तों के द्वारा लोगों को काटने और बच्चों को खा जाने के प्रकरण आपकी जानकारी में होंगे। जिन 2 बच्चों को कुत्तों ने काट लिया, वह मजदूर और अत्यधिक साधनहीन परिवार से हैं। उनसे बात करने पर यह तथ्य भी सामने आए कि निर्माण कार्यों में लगी कंपनियां अपने यहां काम कर रहे मजदूरों के बच्चों और स्त्रियों के संबंध में हमारी सरकार की बनाई श्रमिक नीति का खुद पालन नहीं कर रहे हैं।
कार्यरत जिस दंपित्ति के 7 माह के बच्चे को कुत्ते खींचकर ले गए और बच्चे को खा लिया। वह आपराधिक और लापरवाही कंपनी है। यह एक क्रिमिनल निग्लजेंसी का केस है। हमारे देश में इस तरह से गरीबों के जिंदा बच्चों को कुत्ते खा जाएं, यह हमारे देश और समाज की व्यवस्था के लिए कलंक है।
हम आप सब पशु-पक्षी और प्रकृति के प्रेमी हैं, इसलिए आपसे मेरा अनुरोध है, कि आप इस समस्या का एक व्यावहारिक समाधान जरूर निकालिए। समाधान में अड़चन बनने वाले और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तुरंत कार्रवाई करके नियम के अनुसार कठोरतम दंड दीजिए।
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लेटर के बाद हुई कार्रवाई शुरू
पूर्व मुख्यमंत्री के लेटर लिखने के बाद कार्रवाई भी शुरू हो गई। इसकी जानकारी उमा भारती ने स्वयं दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, कि मैने पूरे प्रदेश में खासकर भोपाल में कुत्तों के द्वारा लोगों को काटने या बच्चों खा जाने के संबंध में सीएम मोहन यादव को लेटर लिखा।
मुख्यमंत्री कार्यालय से ही इस पर कार्रवाई शुरू हुई। मुझे भोपाल कलेक्टर का फोन आया। तय हुआ है कि इस संबंध में भोपाल नगर निगम के अपसरों के साथ मैं बैठक करूंगी। इस समस्या का व्यावहारिक समाधान निकालने का प्रयास रहेगा।
इस विकराल समस्या का समाधान निकालने के लिए इतनी शीघ्रता दिखाने के लिए मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी को साधुवाद देती हूं। मुझे यकीन भी है, इस समस्या का एक ऐसा समाधान निकलेगा, जो MP के महानगरों के लिए एक मॉडल बन जाएगा। इस संबंध में आप भी भोपाल नगर निगम को सुझाव दे सकते हैं।