Advertisment

Ujjain Bribery Case: तेज रफ्तार गाड़ी, लेकिन नहीं भाग पाया रिश्वतखोर कार्यापलन यंत्री, लोकायुक्त का बड़ा एक्शन

Ujjain Bribery Case: उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को सोनकच्छ बिजली विभाग के कार्यपालन यंत्री आनंद कुमार अहिरवार को रिश्वत लेते पकड़ा। अधिकारी पर एक वाहन मालिक से 70 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है।

author-image
Kushagra valuskar
Ujjain Bribery Case: तेज रफ्तार गाड़ी, लेकिन नहीं भाग पाया रिश्वतखोर कार्यापलन यंत्री, लोकायुक्त का बड़ा एक्शन

रिश्वत लेने के मामले में पकड़ा गया कार्यापलन यंत्री।

Ujjain Bribery Case: उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को सोनकच्छ बिजली विभाग के कार्यपालन यंत्री आनंद कुमार अहिरवार को रिश्वत लेते पकड़ा। अधिकारी पर एक वाहन मालिक से 70 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप है।

Advertisment

शिकायतकर्ता पुष्पराज राजपूत आउटसोर्स एमपीईबी कार्यालय में काम करते हैं। उनकी बोलेरो गाड़ी विभाग में 30 हजार रुपए मासिक किराए पर अटैच थी। जब वाहन का दोबारा टेंडर निकला, तो उन्होंने चाहा कि उनकी गाड़ी अधिक दाम पर अटैच हो जाए। इसके लिए वे कार्यपालन यंत्री आनंद कुमार अहिरवार से मिले, जिन्होंने 70 हजार रुपए रिश्वत की मांग की।

[caption id="attachment_784105" align="alignnone" width="735"]publive-image कार्यपालन यंत्री को लोकायुक्त टीम ने पकड़ा।[/caption]

रिश्वत की डील और पकड़ाई

पुष्पराज ने आनंद कुमार को 50 हजार रुपए देने का प्रस्ताव रखा, जिस पर अधिकारी सहमत हो गया। तय हुआ कि वह रकम की पहली किस्त के रूप में 25 हजार रुपए लेगा। 22 मार्च को पुष्पराज ने लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की, जिसकी जांच के बाद सच्चाई सामने आई।

Advertisment

बुधवार को जब आनंद कुमार ने पहली किस्त के 25 हजार रुपए लेने के लिए पुष्पराज को बुलाया, तो लोकायुक्त टीम ने ट्रैप लगाया। अधिकारी ने सोनकच्छ से इंदौर जाते समय रास्ते में रुपए लिए और तेज रफ्तार से भागने लगा। हालांकि, लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल मार्ग स्थित भौंरासा टोल पर उनकी गाड़ी को घेरकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

[caption id="attachment_784106" align="alignnone" width="800"]publive-image आनंद कुमार की गाड़ी की तलाशी ली गई।[/caption]

सोनकच्छ डिवीजन में कार्यपालन यंत्री

आनंद कुमार अहिरवार पिछले 3 साल से सोनकच्छ डिवीजन में कार्यपालन यंत्री के पद पर तैनात हैं। इससे पहले वह देवास (2012-2015) और धार (2015-2019) में भी सेवाएं दे चुके हैं। अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

Advertisment

यह भी पढ़ें-

MP News: बिना मान्यता के लॉ कॉलेज में एडमिशन दिया तो संचालक को होगी जेल, हाईकोर्ट के शैक्षणिक संस्थाओं को सख्त निर्देश

MP में‌ DSP का प्रमोशन ठुकराया: मप्र में इन TI ने प्रमोशन से किया‌ इनकार, बोले हमें नहीं बनना डीएसपी

MP news Ujjain Lokayukta Bribery Case MPEB corruption Anand Kumar Ahirwar Anti-corruption news Madhya Pradesh bribery
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें