उज्जैन। उज्जैन में बाबा महाकाल के मंदिर में सावन के महीने जमकर धूम रही। लाखों भक्त दूर-दूर से यहां आकर बाबा महाकाल के दर्शन करके गए हैं। अब इस मंदिर में वीआईपी कल्चर करने की बात की जा रही है। यहां अब वीआईपी कल्चर खत्म किया जा सकता है। इसकी सिफारिश संस्कृति,पर्यटन धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने सीएम शिवराज सिंह से की है। मंत्री उषा ठाकुर यहां दर्शनों के लिए पहुंची थी। बाबा महाकाल के दर्शन के बाद मंत्री ठाकुर ने कहा कि महाकाल के दरबार में सभी बराबर हैं। यहां न कोई छोटा न कोई बड़ा, न कोई खास और न कोई आम है। महाकाल के दरबार में सभी बराबर हैं। मंत्री ठाकुर ने यहां आम लोगों की तरह मंदिर में दर्शन किए। प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मंत्री ठाकुर बेरिकेडिंग के पीछे खड़ी हुईं और वहीं से दर्शन कर संदेश दिया कि मंदिर में कोई भी वीआईपी नहीं है
। मंत्री ठाकुर ने बताया कि उन्होंने इसकी सिफारिश सीएम शिवराज सिंह से भी की थी। मंत्री ठाकुर ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह ने भी इसको लेकर सहमति दे दी है। जल्द ही मंदिर से वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिए। बता दें कि मंत्री उषा ठाकुर सोमवार को बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए पहुंची थी। यहां दर्शनों के बाद उन्होंने कहा कि मंदिर से जल्द ही वीआईपी कल्चर खत्म किया जाएगा। हालांकि इसको लेकर अभी तक समय की जानकारी नहीं दी गई है कि कब से वीआईपी कल्चर खत्म किया जाएगा।
प्रतिबंध के बाद भी वीआईपी लोगों ने किए थे दर्शन
बता दें कि इससे पहले वीआईपी कल्चर को लेकर कई बार विवाद हो चुका है। हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मैंदोला, विधायक आकाश विजयवर्गीय सहित कई नेताओं ने कोरोना काल में लगे प्रतिबंध के बाद भी महाकाल के दर्शन किए थे। इसके बाद से वीआईपी कल्चर को लेकर कई बार विवाद सामने आया था। अब इसको लेकर मंत्री उषा ठाकुर ने साफ कर दिया है कि मंदिर में सभी समान हैं। वीआईपी कल्चर यहां खत्म हो जाएगा। साथ ही यहां सभी लोगों के लिए समान निमयों का पालन करते हुए दर्शन कराए जाएंगे।