Ujjain SDM News: मध्यप्रदेश के उज्जैन में सरकार और अफसरों के बीच रस्साकशी का ये मामला आपको हैरान कर देगा। पूरा मामला प्रशासनिक अफसरों को जुड़ा है।
इसे लेकर कलेक्टर और कमिश्नर के बीच रस्साकशी हुई, बात सरकार तक पहुंची फिर आखिरकार उज्जैन कलेक्टर (Ujjain Collector) को सरकार का आदेश (Government Order) मानना ही पड़ा।
क्या है पूरा मामला
ये पूरी खबर उज्जैन में पदस्थ एसडीएम मोहम्मद सिराज (Ujjain SDM Mohammad siraj) से जुड़ी है। एसडीएम साहब पर ऐसा वैसा नहीं बेहद गंभीर आरोप लगा है।
दरअसल 13 सितंबर को उज्जैन के रहने वाले प्रदीप जायसवाल ने अपने प्लॉट को लेकर मुख्यमंत्री (MP CM Mohan Yadav) और कलेक्टर को एक शिकायती आवेदन दिया। इस आवेदन में उन्होंने बताया कि उनके प्लॉट के दस्तावेज (Plot Document) में कुछ संशोधन होना है।
इसे लेकर वे 2021 से परेशान हैं। ये मामला कलेक्टर ने एसडीएम मोहम्मद सिराज खान को सौंप दिया था।
SDM ने मांगे 3 लाख
प्रदीप जायसवाल जब एसडीएम से मिलकर बाहर निकले तो एक मौलाना उनके पास आए और कहा, कि अगर आपको अपनी फाइल क्लीयर करवाना है तो तीन लाख रुपए का खर्च आएगा। आपके दिए हुए रुपए मस्जिद के निर्माण काम में लगाए जाएंगे।
मैं और एसडीएम साहब जिस मस्जिद में नमाज पढ़ने जाते हैं, वहां इन पैसों का उपयोग किया जाएगा। एक तरह से आपका रुपया धर्म के काम में लगाया जाएगा। इस पूरे शिकायती आवेदन में उन्होंने ये बातें लिखी है।
पूरे मामले की कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय तक शिकायत
फरियादी प्रदीप जायसवाल ने इस पूरे मामले की शिकायत कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय (Chief Minister’s Secretariat) तक की। 20 सितंबर को हई इस शिकायत पर एक्शन भी हुआ।
एसडीएम पर रिश्वत के आरोपों के बाद संभागायुक्त ने कलेक्टर को 20 सितंबर को निर्देश दिया कि इस मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाए।
शिकायत के बाद SDM मोहम्मद सिराज खान का तबादला कर दिया गया है
शिकायत के बाद SDM मोहम्मद सिराज खान का तबादला
इस शिकायत के बाद 24 सितंबर को एसडीएम मोहम्मद सिराज खान का तबादला मंत्रालय (Ujjain SDM Transfer in Ministry) में कर दिया गया। आदेश के 13 दिन बीत जाने के बाद भी एसडीएम को उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने रिलीव नहीं किया।
सूत्रों का तो ये भी कहना है कि, उज्जैन के कलेक्टर, एसडीएम का तबादला रुकवाने में मदद कर रहे हैं। हालांकि जब मामला सुर्खियों में आया और सरकार ने सख्ती की, तब 4 अक्टूबर को देर रात कलेक्टर ने एसडीएम (SDM) को रिलीव किया।
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