उज्जैन। मकर संक्रांति पर्व का उत्सव Ujjain Sandipani Ashram (Makar Sankranti 2022) आज से शुरू हो गया है। लेकिन दान का महत्व 15 जनवरी की संक्रांति से मिलेगा। इसके चलते विभिन्न मंदिरों में संक्रांति उत्सव शुरू हो चुका है। उज्जैन स्थित सांदीपनि आश्रम में भी ये बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली सांदीपनि आश्रम में आज से दो दिन मकर संक्रांति मनाई जाएगी। उज्जैन स्थित उनकी पाठशाला को रंगबिरंगी पतंगों से सजाया जाएगा। इसी के साथ अभिषेक, पूजन, महाभोग व आरती के आयोजन होंगे।
अंगारेश्वर का तिल के तेल से अभिषेक होगा
अंगारेश्वर महादेव मंदिर में भी आज मकर संक्रांति के पहले दिन सुबह 5 बजे भगवान अंगारेश्वर महादेव का तिल्ली के तेल, सुगंधित द्रव्य व फलों के रस से अभिषेक किया गया। पश्चात तिल के पकवानों का महाभोग लगाकर आरती की गई।
मतांतर के चलते दो दिन मनेगी संक्रांति —
आश्रम के पुजारी पं. रूपम व्यास के अनुसार विभिन्न पंचांगों की गणना में अंतर होने के चलते इस बार आश्रम में संक्रांति उत्सव दो दिन मनाया जाएगा। जिसके चलते आज सुबह 5 बजे भगवान श्रीकृष्ण, बलराम व सुदामाजी का तिल मिले जल से अभिषेक किया गया। तिल और गुड़ से बने पकवानों से भगवान को भोग लगाया गया।