हाइलाइट्स
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पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी पर एक और FIR दर्ज
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जयपुर निवासी महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने केस दर्ज कराया
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इससे पहले महंत सुरेश्वरानंद पुरी महाराज ने दर्ज कराई थी FIR
Ujjain News: उज्जैन में निरंजनी अखाड़े से निष्कासित पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी उर्फ ममता जोशी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पूर्व महामंडलेश्वर के खिलाफ एक और FIR दर्ज की गई है. दूसरा मामला जयपुर के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने दर्ज कराया है. इससे पहले 6 मई को उनके खिलाफ एक FIR दर्ज हो चुकी है. नर्मदाशंकर ने मंदाकिनी पर 8 लाख 90 हजार रुपए ऐंठने का आरोप लगाया है.
आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का दिया था झांसा
शुक्रवार को महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने उज्जैन (Ujjain News) में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज को इस धोखाधड़ी की जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने महाकाल थाने में FIR दर्ज कराई. नर्मदाशंकर ने बताया कि उन्होंने मंदाकिनी को अलग-अलग किस्तों में पिछले सात महीने में ये राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की है. मंदाकिनी ने उन्हें आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का भरोसा दिया था और पैसे लिए थे.
महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने कहा कि उज्जैन में 31 मार्च 2023 को आश्रम के नागचंद्रेश्वर धाम में उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि मिली थी. जिसके कुछ दिन बाद मंदाकिनी ने फोन कर अखाड़े का आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का लालच दिया. कहा कि 10 से 12 लाख रुपए लगेंगे और अखाड़े में प्रमोशन हो जाएगा.
जयपुर के महामंडलेश्वर ने कहा कि मैंने उनको बताया कि मैं निजी स्कूल के शिक्षक से संत बना हूं, मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं. फिर मंदाकिनी ने कहा कि जब पैसे आते जाएं, भेजते रहना. मैंने मंदाकिनी के बैंक खाते में पिछले 7 महीने में 8 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर किए. मंदाकिनी ने दूसरे लोगों के खाते नंबर भी दिए लेकिन मैंने पैसे ट्रांसफर नहीं किया.
मंदाकिनी पर धोखाधड़ी का यह दूसरा केस
पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी के खिलाफ इससे पहले निरंजनी अखाड़े के ही महंत सुरेश्वरानंद पुरी महाराज ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था. उन्होंने 6 मई की रात चिमनगंज थाने (Ujjain News) में केस दर्ज कराया था. महंत सुरेश्वरानंद पुरी ने पुलिस को बताया कि महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी उर्फ ममता जोशी ने उन्हें श्रीपंचायती निरंजनी अखाड़े में महामंडलेश्वर की उपाधि दिलवाने की बात कही थी.
इसके लिए में 15 अप्रैल 2024 को साढ़े सात लाख रुपए लिए थे. जब मैंने अखाड़ा मुख्यालय में संपर्क किया तो बताया गया कि पैसे लेकर उपाधि नहीं दी जाती. मैंने मंदाकिनी से रकम वापस मांगी तो उन्होंने लौटाने से मना कर दिया.
शाह और नड्डा के नाम पर भी की थी ठगी की कोशिश
पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी के खिलाफ दूसरे लोग भी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. महामंडलेश्वर सुमन भाई ने कहा है कि पूर्व महामंडलेश्वर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करीबी संबंधों का हवाला देकर उन्हें भी जाल में फंसाने की कोशिश की थी. शाह से बोलकर राज्यपाल बनाने का लालच दिया था. तो वहीं मंदाकिनी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का करीबी बताकर एक और महिला साध्वी को गो संवर्धन बोर्ड का अध्यक्ष बनाने का झांसा भी दिया था.
जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं मंदाकिनी
बता दें कि इस फर्जीवाड़े काे मामले सामने आने के बाद मंदाकिनी को अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया था. जिसके बाद 7 मई की सुबह 11 बजे मंदाकिनी ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. मंदाकिनी फिलहाल जिला अस्पताल के आईसीयू (ICU) में भर्ती हैं. वे किसी को पहचान नहीं पा रही हैं, जिसके चलते पुलिस मंदाकिनी का बयान नहीं ले सकी है.
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