Mahidpur Maulana Video: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के महिदपुर कस्बे में रहने वाले एक मौलाना को सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी मौलानाओं का आपत्तिजनक वीडियो साझा करना भारी पड़ गया है। वीडियो में गाय की कुर्बानी से संबंधित भड़काऊ बातें कही गई थीं, जिससे हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत होने का दावा किया गया है। मामला (Mahidpur Maulana Video) सामने आते ही अखंड हिंदू सेना की शिकायत पर महिदपुर पुलिस ने त्वरित संज्ञान लेकर मौलाना के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है।
फेसबुक पर वायरल किए थे दो आपत्तिजनक वीडियो
दरअसल, एक पाकिस्तानी मौलाना ने रील में ‘ईद पर गाय की कुर्बानी देने से सवाब’ मिलने की बात कही है। उज्जैन के मौलवी तुरब अली ने इसे आगे बढ़ाया तो एक हिंदूवादी संगठन के नेता ने पुलिस से शिकायत की। उज्जैन पुलिस ने केस दर्ज करके मौलवी की गिरफ्तारी की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
महिदपुर थाना प्रभारी एनबी सिंह परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि महिदपुर निवासी मौलाना तुराब अली ने अपने फेसबुक अकाउंट से दो वीडियो शेयर किए, जिनमें पाकिस्तानी मौलानाओं द्वारा हिंदू भावनाओं को आहत करने वाली बातें कही जा रही थीं। इन वीडियोज में गाय की कुर्बानी को लेकर विवादित बयान दिए गए थे, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए।
अखंड हिंदू सेना ने दी थी शिकायत
इस मामले (Mahidpur Maulana Video) में अखंड हिंदू सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज प्रजापत ने महिदपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने अपने आवेदन में आरोप लगाया कि तुराब अली द्वारा वायरल किए गए वीडियो से सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका है। प्रजापत ने विवादित वीडियो की एक पेनड्राइव भी पुलिस को सौंपी, जिसे सबूत के रूप में जब्त कर लिया गया है।
बीएनएस की धाराओं में दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 353(2) और 299 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुराब अली के निवास सहित कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी फरार मिला। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में लगातार प्रयासरत हैं।
सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की मांग
शिकायतकर्ता मनोज प्रजापत ने यह भी आरोप लगाया कि तुराब अली के फेसबुक अकाउंट पर अन्य विदेशी मौलानाओं की भी कई आपत्तिजनक पोस्ट देखी गई हैं, जिनसे देश विरोधी मानसिकता की आशंका जाहिर होती है। उन्होंने मांग की कि तुराब अली के सोशल मीडिया अकाउंट की विस्तृत जांच की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक साजिश को समय रहते रोका जा सके।
सार्वजनिक शांति बनाए रखने को लेकर पुलिस सतर्क
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भड़काऊ पोस्ट या वीडियो को गंभीरता से लिया जाएगा। धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले ने एक बार फिर दिखा दिया है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा सकता है।