उज्जैन। आज पूरे देश में महाकाल का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। ऐसे में बाबा की नगरी यानि उज्जैन महाकाल में भक्त सुबह से ही बाबा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। रात 3 बजे से खुले पट के बाद बाबा के दर्शन के लिए चलायमान व्यवस्था की गई। जानकारी के अनुसार यहां करीब 35 हजार लोग दर्शन कर चुके हैं।
रात 10 बजे से लंबी कतारें —
आपको बता दें रात के दर्शनों के लिए मंदिर में रात 10 बजे से ही भक्तों की लंबी कतारें लगना शुरू हो गई थी। सुबह 4 से 5 बजे हुई भस्मारती के बाद करीब 35 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। आपको बता दें महाकाल लोक मंदिर बनने के बाद ये पहला मौका है जब बाबा की नगरी में महाशिवरात्रि शिव जी के लोक में मनाई जा रही है।
सुबह से हुए ये कार्यक्रम —
आपको बता दें अलसुबह 3 बजे मंदिर खुलने के बाद 4 से 5 बजे तक भस्मारती हुई। इसके बाद दर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया। भस्मारती के बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक कर पंचामृत अभिषेक पूजन किया गया। भगवान को नए वस्त्रों के साथ रुद्राक्ष की माला पहनाई गई। रजत आभूषणों के साथ राजा के रूप में श्रृंगार किया गया।आपको बता दें सुबह 3 बजे से खुले ये पट लगातार 44 घंटे तक खुले रहेंगे।
तीन अलग—अलग द्वार से होगी व्यवस्था — Mahashivratri 2023
जानकारी के अनुसार महाशिवरात्रि पर भक्त बाबा महाकाल की चलित आरती के दर्शन कर पाएंगे। इसके लिए तीन अलग—अलग द्वार से वे बाहर निकल पाएंगे। इस दिन के कार्यक्रम में रात 10 बजे से गर्भगृह में बाबा महाकाल की विशेष अर्चना होगी। इस दौरान होने वाले विशेष श्रृंगार में बाबा महाकाल को दूल्हा बनाया जाएगा। लेकिन इससे पहले मंदिर के पुजारियों द्वारा दूध, दही, घी, शहद आदि से महाकाल का अभिषेक किया जाएगा।
ये रहेगा खुलने का समय — Mahashivratri 2023
जानकारी के अनुसार शुक्रवार यानि आज की मध्यरात्रि 2.30 बजे मंदिर के पट खुलेंगे। इसके बाद भस्म आरती होगी। इसके बाद शनिवार तड़के चार बजे से आम दर्शन का सिलसिला शुरू हो जाएगा। जो 19 फरवरी की रात 11 बजे पट बंद होने तक लगातार 44 घंटे चलेगा। इस दौरान गर्भगृह में भगवान महाकाल की चार प्रहर होने वाली पूजा-अर्चना का क्रम चलता रहेगा।
पार्किंग से मंदिर तक चलेंगी 100 नि:शुल्क — Mahashivratri 2023
इंदौर रोड पर बनी पार्किंग से मंदिर तक के लिएि 100 नि:शुल्क बसें चलाई जाएंगी।
इनकी मदद से श्रद्धालु कर्क राज पार्किंग तक पहुंच सकेंगे।
यहां जूते—चप्पल उतारने के बाद श्रृद्धालु दर्शन के लिए कतार में लगेंगे।
चारधाम, त्रिवेणी संग्रहालय महाकाल महालोक से दर्शनार्थी मानसरोवर गेट से मंदिर में प्रवेश करेंगे।
यहा रास्ता करीब ढाई किमी से ज्यादा का होगा। जिसमें तीन कतारें लगाई जाएंगी।
बैरिकेड्स से श्रृद्धालुओं को मानसरोवर गेट तक लाया जाएगा। हालांकि मार्ग पर कारपेट बिछाया गया है।
ऐसे मिलेगा मंदिर में प्रवेश –
महाकाल लोक के नंदी द्वार के पास लगी बेरिकेडिंग से 3 लेयर में श्रृद्धालु प्रवेश करेंगे।
महाकाल लोक से मानसरोवर द्वार होते हुए फेसिलिटी सेंटर, फिर कार्तिकेय मंडपम जाएंगे।
यहां से गणेश मंडपम से दर्शन करते हुए गेट नंबर 4 और 7 होते हुए निर्गम द्वार से श्रद्धालु बाहर हो जाएंगे।
इसके बाद बड़े गणेश मंदिर के सामने होते हुए हरिसिद्ध मंदिर चौराहा और झालरिया मठ होते हुए बनी पार्किंग व जूता स्टैंड होते हुए बाहर निकल जाएंगे।
सीएम पहुंचे बड़वानी मंदिर, किया शिवजी का पूजन
मध्यप्रदेश में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने बड़वाले मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री शिव बारात में भी शामिल हुए। भगवान शिव की बारात गाजे-बाजे के साथ निकली। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चारों तरफ उत्साह और उल्लास का वातावरण है।