Deputy Collector Appointed Mahakal Temple: महाकाल मंदिर में बिगड़ती व्यवस्था और भस्म आरती में प्रवेश को लेकर हो रहे विवादों के बीच प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। मंदिर प्रबंधन को मजबूत करने के लिए अब दो डिप्टी कलेक्टर, दो नायब तहसीलदार और पांच अन्य अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। इससे पहले आईपीएस अधिकारी को मंदिर का प्रशासक बनाया गया था।
मंदिर में व्यवस्था सुधारने की कोशिश
महाकाल मंदिर में हाल के दिनों में आग लगने, दीवार गिरने और प्रवेश के नाम पर अवैध वसूली जैसी घटनाओं के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ है। इन घटनाओं के बाद आईएएस अधिकारी प्रथम कौशिक को मंदिर का प्रशासक बनाया गया था।
अब कलेक्टर कार्यालय के आदेश के बाद मंदिर की व्यवस्था सुधारने के लिए दो डिप्टी कलेक्टर सिम्मी यादव और एसएन सोनी, नायब तहसीलदार हिमांशु कारपेंटर और आशीष पालवड़िया, परियोजना अधिकारी अरुण शर्मा, एडीपीसी गिरीश तिवारी, एटीओ एलएन मकवाना, उपयंत्री एसके पांडे और देवेंद्र परमार को नियुक्त किया गया है।
सोमवार को सभी अधिकारियों को मंदिर का भ्रमण कराया गया और उन्हें मंदिर की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी गई। अब जल्द ही ये अधिकारी मंदिर के प्रशासनिक तंत्र को संभालेंगे। कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि महाकाल लोक के निर्माण के बाद भक्तों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए मंदिर के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने का फैसला लिया गया है।
Ujjain: महाकाल मंदिर में दो डिप्टी कलेक्टर सहित 9 अधिकारी नियुक्त, IAS अधिकारी के साथ संभालेंगे सुरक्षा#MadhyaPradesh #madhyapradeshnews #Ujjain #mahakal pic.twitter.com/Org5ROWMwt
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 19, 2025
शिवनवरात्रि पर महाकाल का भव्य श्रृंगार
शिवनवरात्रि के तीसरे दिन महाकाल मंदिर में भव्य आयोजन हुआ। बुधवार तड़के चार बजे मंदिर के पट खोले गए और भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। इसके बाद मंत्रोच्चार के साथ दूध, दही, घी, शक्कर और रस से बने पंचामृत से अभिषेक किया गया। भगवान का भांग, चंदन, सूखे मेवे, सिंदूर और आभूषणों से मनमोहक श्रृंगार किया गया।
कपूर आरती के बाद भस्म आरती में भगवान गणेश, माता पार्वती और कार्तिकेय का पूजन किया गया। इसके बाद भगवान महाकाल को फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। नंदी हॉल में नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन किया गया।
भस्म आरती में शामिल श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है कि भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते हैं। इस दौरान पूरा मंदिर ‘जय महाकाल’ के जयकारों से गूंज उठा।
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