उज्जैन। Ujjain Mahakal बाबा महाकाल की भक्ति में रमकर एक एमबीए की छात्रा ने रिकार्ड बना दिया है। अब आप सोच रहे होंगे ये कैसे हुआ। तो आपको बता दें उज्जैन की हर्षिता 2 दिन से महाकाल की भक्ति में ऐसी डूबी कि उसने एक के बाद एक दो नहीं बल्कि पूरी 200 शायरियां लिख डाली। उसके इस कमाल के बाद वर्ल्ड वाईड बुक ऑफ रिकॉर्ड संस्था द्वारा सर्टिफिकेट और मैडल दिया गया है। आइए जानते हैं हर्षिता के बारे में।
क्या करती है हर्षिता – Ujjain Mahakal
आपको बता दें हर्षिता एमबीए की पढ़ाई कर रही है। उज्जैन की हर्षिता ने 2 दिन में महाकाल पर लिख दी 200 शायरी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। वर्ल्ड वाईड बुक ऑफ रिकॉर्ड संस्था द्वारा सटिर्फिकेट एंव गोल्डन मेडल देकर हर्षिता को सम्मानित किया गया। हर्षिता मूल रूप से उज्जैन की ही रहने वाली हैं। उनके पिता प्रकाश चंद्र व्यास हैं। हर्षिता व्यास ने 2019 से लिखना शुरू किया था। उन्होंने मातृभाषा हिन्दी मे 200 शायरियां 2 दिन मे लिखकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। वर्ल्ड वाईड बुक ऑफ रिकॉर्ड संस्था द्वारा सटिर्फिकेट एंव गोल्डन मेडल देकर हर्षिता को सम्मानित किया गया।
हर्षिता व्यास के अनुसार उन्हें शुरू से लिखने Ujjain Mahakal का शौक है। वे कविता और शायरी लिखा करती थी। देश के साहित्यकार और लेखकों और कवियों को देखकर और सुनकर उन्होंने भी शायरियां लिखना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने स्वरांजलि ग्रुप ज्वाइन किया। जिसमें उन्हें सेकंड नंबर मिला। इसके बाद इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया पर अपनी शायरियां पोस्ट करने लगी।
फिर कुछ कारण वश उन्होंने स्वयं की शायरी की एक किताब बनाई और अब आगे भी किताबें लिखने का कार्य जारी रहेगा। वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल करने पर परिजनों एवं समाजजनों ने हर्षिता को शुभकामनाएं दी की। हर्षिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, सभी गुरुजनों ओर मित्रों को दिया हैं।
उज्जैन महाकाल में बनेगा भक्तों को मिलेगा भक्त निवास – Ujjain Mahakal
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में आने वाले भक्तों के लिए एक और सुविधा मिलने वाली है। यहां आने वाले भक्तों को 200 करोड़ो रुपए की लागत से सर्व सुविधा युक्त भक्त निवास बनाया जाएगा। जो कि तिरुपति में मिलने वाली सुविधा जैसा ही होगा। जहां एसी रूम, ई.बस चार्जिंग, कैफेटरिया से लेकर भोजन और प्रसाद की भी सुविधा मिलेगी। इसमें 22 सौ कमरे होंगे। आपको बता दें बता दें कि सीएम शिवराज द्वारा पहले ही गुड़ी पड़वा के दिन महाकाल Ujjain Mahakal के दर्शन करने के बाद भक्त निवास बनाने की घोषणा की थी।