भोपाल। आने वाले समय में श्रद्धालु Ujjain Mahakal Mandir महाकाल कॉरिडोर से होते हुए मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचेंगे। श्रद्धालु जहां से प्रवेश करेंगे वहीं से भगवान शिव की महिमा का गुणगान और भगवान शिव से जुड़ी कहानियां देखने को मिल सकेगी। पूरा प्रोजेक्ट आकार लेने के बाद भारत के कई बड़े मंदिरो के परिसर से भी महाकाल मंदिर का परिसर बड़ा हो जाएगा। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर का स्वरूप निखरने जा रहा है।
रुद्रसागर के पास चल रहे कार्यों में अब गति दिखने लगी है।
खंभों पर अलग-अलग देवताओं और संगीत कलाओं को उकेरा जा रहा है। महाकालेश्वर मंदिर में स्मार्टसिटी योजना के तहत बनने वाले महाकाल कॉरिडोर में भगवान शिव से जुड़ी अलग-अलग कहानी मूर्ति रूप में तैयार की जा रही है। उनके नंदीगण, भैरव, गणेश भगवान, पार्वती माता समेत अन्य भगवानों की 200 मूर्तियां और 108 पिलर खड़े किए जा रहे हैं। महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष के अनुसार भगवान शिव से जुड़ी कहानियों को दर्शाने के लिए कलाकार महाकाल मंदिर के पीछे इस काम को मूर्त रूप दे रहे हैं।
विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में बीते एक साल से लगातार चल रहे 800 करोड़ रुपए से अधिक के कार्य अब धीरे-धीरे धरातल पर दिखने लगे हैं। जिसमे कई बड़ी मूर्तियों का निर्माण पूरा हो चुका है। विधायक पारस जैन के अनुसार इनमें से कई मूर्तियों को महाकाल कॉरिडोर और अन्य जगहों पर लगाया जा रहा है। यानी अब महाकाल मंदिर में कॉरिडोर को इस तरह बनाया जा रहा है कि, बाहर से आने वाले श्रद्धालु मंदिर के आसपास की सुन्दरता को भी निहार सकेंगे।