Ujjain Mahakal Mandir Prasad: उज्जैन के भगवान महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसाद पैकेट पर अब मंदिर के शिखर और ओम की तस्वीर नहीं होगी। मंदिर प्रबंध समिति ने प्रसाद पैकेट की डिजाइन में बदलाव करने का फैसला लिया है, जिसके बाद नए पैकेट तैयार किए जाएंगे। यह फैसला रविवार को हुई मीटिंग में लिया गया, जिसमें वर्तमान प्रसाद पैकेट पर महाकाल मंदिर के शिखर के फोटो को लेकर आपत्ति जताई गई थी। हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने 24 अप्रैल को आदेश दिया था कि मंदिर प्रबंध समिति 90 दिनों के भीतर फोटो और ओम को हटाए।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद नए प्रसाद पैकेट
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद लड्डू प्रसाद पैकेट से मंदिर के शिखर और ओम की तस्वीर हटाने का फैसला किया है। हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने 24 अप्रैल को अपने आदेश में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को 90 दिनों के अंदर फोटो और ओम हटाने के आदेश दिए थे।
पैकेट को लेकर लगाई गई थी याचिका
याचिकाकर्ता के वकील की ओर से हाईकोर्ट में दलील दी गई थी कि महाकाल मंदिर समिति प्रसाद का वितरण करती है। जिसके बॉक्स पर मंदिर का शिखर और धार्मिक प्रतीक चिन्ह बने हुए हैं। उसमें ऊं और शिखर के बीच में नागचंद्रेश्वर मंदिर का फोटो भी लगा हुआ है। प्रसाद लेने के बाद लोग खाली पैकेट को डस्टबीन में फेंकते हैं। जिससे साधु संतों का आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
लड्डू प्रसादी की देश भर में डिमांड
समिति की ओर से श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के प्रसाद के रूप में लड्डू का प्रसाद दिया जाता है। इन लड्डूओं को शुद्ध घी और बेसन से बनाया जाता है। इसकी डिमांड न सिर्फ देश में, बल्कि विदेशों में भी है। रोजाना 50 से 60 क्विंटल लड्डू मंदिर समिति की ओर से बनवाए जाते हैं। इन लड्डूओं को प्रसाद के 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और एक किलो के पैकेट में भरकर बेचा जाता है। भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद 400 रुपए किलो मिलता है। महाकाल मंदिर समिति प्रति माह 12 हजार लड्डू प्रसादी के पैकेट प्रिंट करवाती है।