उज्जैन। Ujjain Mahakal Lok: रविवार को उज्जैन महाकाल में खंड़ित हुई सप्तऋषियों की मूर्तियों को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बीजेपी (BJP) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच कमेटी बैठाने की मांग की थी। जिसके बाद अब मंत्री भूपेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा है कि यदि कांग्रेस को लगता है कि भ्रष्टाचार हुआ है तो प्रमाण देकर सिद्ध करें। बोलने से भ्रष्टचार सिद्ध नहीं हो जाता।
इन राज्यों में भी हैं एफआरपी की मूर्तियां
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताय है कि देश के कई राज्यों में एफपीआई की मूर्तियां लगी हैं। पत्थर की मूर्तियों में समय अधिक लगता है जबकि एफपीआई में कम समय लगने के कारण इसकी मूर्तियां देश में कई जगह लगी हुई हैं। जिसमें महाराष्ट्र पंडरपुर, दिल्ली स्थित किंगडम आफ भीम, अक्षरधाम मंदिर, कुरूक्षेत्र, सिक्किम में इस तरह की मूर्तियां चित्रकला के लिए उपयोग होती हैं।
एजेंसी के पास 3 साल का कांट्रेक्ट
इन मूर्तियों को लगाने का काम एजेंसी के द्वारा किया जाता है। इसके लिए जो एजेंसी है उसका 3 साल का मैंटेनेंस का कांस्ट्रेक्ट है। एजेंसी इन मूर्तियों को पुनिस्थपित करने का काम करेगी। उज्जैन कमिश्नर के बताए अनुसार तेज हवा, आंधी-तूफान के कारण 11 फीट की उंचाई मूर्तियों की हाइट होने से ये प्रभावित हुई हैं। इसमें किसी भी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। कांग्रेस गंदी राजनीति कर रही है। इसे लेकर कांग्रेस ने एक भी तथ्य प्रमाणित नहीं किया है। जिससे सत्य साबित हो जाए कि कोई भ्रष्टाचार हुआ है। इसमें किसी भी तरह का भ्रष्टचार नहीं हुआ है।