Ujjain News: जिले की बडनगर तहसील में एक अनूठी और रोगंटे खड़ी कर देने वाली आस्था देखने को मिली है। गांव में सुबह गोवर्धन पूजन किया गया, पूजन के बाद ग्रामीण जमीन पर लेटे और उनके ऊपर से दौड़ती गाय को देख कई लोगो की साँसे थम गई।
मान्यता है की ऐसा करने से गाँव में खुशहाली आती है। परम्परा के पीछे लोगों का मानना है की गाय में 33 कोटि के देवी देवताओ का वास रहता है और गाय के पैरो के नीचे आने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
यहां ग्रामीण निभाते हैं परंपरा
उज्जैन जिले की बडनगर तहसील के ग्राम भिड़ावद-लोहारिया में सदियों से दीपावली के दूसरे दिन पड़वा पर एक अनूठी परंपरा चली आ रही है।
मन्नत मांगने वाले की मन्नत पूरी होती है, जिसके लिए लोग जमीन पर लेट जाते हैं और उनके ऊपर से सेकड़ों गाय निकल जाती हैं।
आस्था या अंधविश्वास
पड़वा पर नवयुवकों द्वारा मां भवानी से मन्नत मांगने के लिए सुबह ग्रामवासियों द्वारा थाली में नारियल, पुष्पमाला और भवानी माता के लिए चुनरी के साथ ग्राम में भ्रमण करवाया जाता है।
मन्नत के नाम से मौत का खेल
उज्जैन जिले की बडनगर तहसील के ग्राम भिड़ावद-लोहारिया में सदियों से दीपावली के दूसरे दिन यानी गोवर्धन पूजा पर एक अनूठी परंपरा चली आ रही है।
इस परंपरा के अनुसार लोग अपनी मन्नत लेकर जमीन पर लेट जाते हैं और खुद को गाय के पैरों से कुचवाते हैं।
कहा जाता है, वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कोर्ठ जनहानि नहीं हुई है। साथ माता भवानी सभी भक्तों की मन्नत पूरी करतीं हैं। जिसे आज भी भक्त निभा रहे हैं।
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