Ujjain Mahakal Mandir: उज्जैन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तीन गांवों के नाम बदलने का हाल ही में ऐलान किया था। अब महाकाल मंदिर क्षेत्र के नाम बदलने की मांग उठने लगी है। सांसद, पुजारी-पुरोहित और महामंडलेश्वर ने मांग की है। उन्होंने कहा कि मंदिर से लगे क्षेत्रों बेगम बाग, अंडा गली और तोपखाना के नाम बदला जाएं।
सांसद अनिल फिरोजिया ने फतियाबाद गांव का नाम बदलने की मांग की है। बीते शनिवार को सीएम मोहन यादव ने बड़नगर में तीन गांवों के नाम बदले थे। अब मौलाना को विक्रम नगर, जाहांगीरपुर को जगदीशपुर और गजनीखेड़ी को चामुंडा माता नगरी हो गया है।
ऐसे में जनप्रतिनिधि, पुजारी और महामंडलेश्वर ने बाबा महाकाल मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के नाम बदलने की मांग उठाई है। सभी का कहना है कि जब भक्त मंदिर आते हैं तो रास्ते में बेगम बाग और तोपखाना जैसे इलाकों से होकर गुजरना पड़ता है। इस लिए मंदिर के आसपास के क्षेत्रों का नाम बदला जाए।
उज्जैन सांसद अनिल फिजोरिया ने कहा
सांसद अनिल फिजोरिया ने तीन पंचायतों के नाम बदलने पर मुख्यमंत्री मोहन यादव का आभार जताया था। उन्होंने कहा कि मैंने एक मांग और रखी है। सीएम से आग्रह किया है कि देवास गेट बस स्टैंड से महाकाल मंदिर तक जाने वाले मार्ग का नाम महाकाल लोक मार्ग किया जाना चाहिए।
फिलहाल इस मार्ग में बेगम बाग और अंडा गली जैसे नाम हैं, जो लोगों को भ्रमित करता है। फिजोरिया ने कहा, ‘उज्जैन के पास स्थित फतियाबाद का नाम बदलकर देवी माता रखना जाना चाहिए।’
महाकाल वन रखा जाए नाम
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने कहा, ‘यह भगवान शिव की नगरी है। बेगम बाग जैसे नाम प्रासंगिक नहीं है। यहां की पहचान महादेव से होनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर के आसपास के क्षेत्र को महाकाल वन या महाकाल क्षेत्र का नाम देना चाहिए।
क्षेत्रों के नाम वैदिक हो
पुजारी चम्मू गुरु ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव का आभार है। जिन्होंने सालों पुरानी मांग को पूरा किया। यह श्रद्धालुओं के अनुभव को सुधारने की दिशा में सकारात्मक कदम होगा। महामंडलेश्वर शैलशानंद ने कहा, ‘बेगमबाग और अंडा गली का नाम बदलकर वैदिक या किसी वैज्ञानिक के नाम पर रखना चाहिए।’
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