उज्जैन। शहर के बड़े गणेश मंदिर में सात समंदर पार Ujjain Bada Ganesh Mandir से राखियां आती है, यहां अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और और भारत के हर कोने से राखियां भेजी जाती है। इस मंदिर में अनादि काल ujjain Bada Ganesh Mandir rakhi news से परंपरा है, जिन बहनों के भाई नहीं होते हैं वो बड़ा गणेश को अपना भाई मानकर राखी भेजती हैं।कोरियर के माध्यम से भेजी गई ये राखियां शुभ मुहूर्त में बड़े गणेश को राखी बांधी जाती है।
भाई-बहन के अटूट रिश्ते और प्रेम का प्रतीक
उज्जैन के बड़ा गणेश मंदिर में सात समंदर पार से बहने भेजती है राखियां अमेरिका ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड दुबई व भारत के हर कोने से भगवान बड़ा गणेश के लिए बहने राखियां भेजती हैं। भाई-बहन के अटूट रिश्ते और प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार सदियों से चला आ रहा है।
अनादि काल से यह परंपरा चली आ रही है
हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल श्रावण माह की पूर्णिमा को यह त्यौहार मनाया जाता है। ऐसे में इस साल यानि 2021 में श्रावण माह की पूर्णिमा 22 अगस्त को मनाया जा रहा है। बड़ा गणेश मंदिर अनादि काल से यह परंपरा चली आ रही है जिन बहनों के भाई नहीं होते हैं वह बड़ा गणेश को ही अपना भाई मानकर राखियां बांधती हैं और बड़ा गणेश से कामना भी करती हैं कि हमारी रक्षा करें।
शुभ मुहूर्त में राखियां बांधी जाती हैं
मंदिर के पुजारी द्वारा बताया गया कि बड़ा गणेश को अपना भाई मान कर देश विदेश में रहने वाली बहनें रक्षा मांग कर उन्हें अपना बड़ा भाई मानकर उन्हें राखियां कोरियर के माध्यम से भेजी जाती हैं जो हमारे द्वारा बड़ा गणेश को मंत्रोचार के साथ शुभ मुहूर्त में राखियां बांधी जाती हैं। इस बार पूर्णिमा तिथि शनिवार,21 अगस्त 2021 को 7:00 PM से शुरु हो गई जो रविवार 22 अगस्त 2021 को 5:31 PM तक रहेगी।
महाकाल को अर्पित की पहली राखी
रक्षाबंधन पर ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल को विशाल राखी बांधी गई। तड़के 3 बजे भस्मारती में भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन कर नए वस्त्र तथा सोने-चांदी के आभूषण से श्रृंगार किया गया।
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इसके बाद भगवान महाकाल को राखी बांधी गई और 11 हजार लड्डुओं का महाभोग लगाया गया। सुबह 7.30 बजे शासकीय आरती में भी भगवान को राखी बांधी गई। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में रक्षाबंधन का त्योहार परंपरा के मुताबिक मनाया गया। यहां के राजा महाकाल माने जाते हैं, इसलिए हर कार्यक्रम महाकाल मंदिर से शुरू होते हैं।