Udaipur Stabbing Incident: राजस्थान के उदयपुर में चाकूबाजी में घायल हुए छात्र की सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मृतक छात्र का मंगलवार को अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा बीच के किया गया।
वहीं, शहर में किसी भी बड़ी घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी कर दिया गया है। चौराहों और छतों पर बड़ी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया है। वहीं, छात्र के घर से श्मशान घाट तक निकाले गए जुलूस के मार्ग पर ड्रोन की सहायता से निगरानी की गई है।
ST-SC एक्ट के तहत होगा केस दर्ज
सोमवार को छात्र के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था और दोषी को सजा देने समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इसके बाद मृतक छात्र के परिजनों को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और एसटी-एससी एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई करने पर सहमति बनी थी।
इसके बाद मोची समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष जंयती भाईस परिजनो, समाज के लोगों और पुलिस प्रशासन के बीच काफी देर तक बातचीत चली। इसमें सुबह 7 बजे छात्र का अंतिम संस्कारण करने पर सहमति बनी। सुबह करीब 5:30 बजे छात्र का शव परिजनों को सौंप दिया गया था।
वहीं, जिला प्रशासन ने शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंगलवार रात 10 बजे तक इंटरनेट बंद करने के आदेश दिए थे। जबकि मंगलवार को भी जिले में स्कूल-कॉलेज को बंद रखा गया। हालांकि, मंगलवार को होने वाली परीक्षाएं यथावत रहेंगी।
सांसद ने जताया घटना पर दुख
उदयपुर सांसद डॉ. मन्ना लाल रावत ने कहा कि यह पूरे समाज और समुदाय के लिए काफी दुखद घटना है। मेवाड़ हमेशा से एकजुट रहा है, लेकिन ऐसी घटनाएं होती हैं, तो इससे सामाजिक जीवन पर हिल जाता है। इस घटना के बाद लोगों में गुस्सा है। अगर अपराधी के पीछे कोई पारिस्थितिकी तंत्र है तो उशकी जांच होनी चाहिए। इस मामले में कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
क्या है मामला
बीते सप्ताह कथित तौर पर उसी की कक्षा में पढ़ने वाले समुदाय विशेष के छात्र ने चाकू से हमला कर दिया था। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल गया। इसके बाद उसे उदयपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर उसकी सोमवार को मौत हो गई।
हालांकि, मौत से पहले उसकी बहनों ने अस्पताल जाकर उसे राखी बांधी थी। छात्र की अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं और परिवार के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
बता दें कि चाकूबाजी की घटना सामने आने के बाद पूरे शहर में बवाल मच गया था। घटना की सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान बाहर खड़े वाहनों में भी उपद्रवियो द्वारा आग लगा दी गई थी।
वहीं, कई वाहनों को तोड़ दिया था। इसके बाद मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस ने लोगों को समझाया और स्थिति पर काबू पाया। वहीं, घटना के बाद पूरे शहर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। साथ ही धारा 163 भी लागू कर दिया था।
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