रीवा। जिले में दो युवा दोस्तो ने शरीर दान देने कि अनोखी मिसाल पेश की है। दरअसल मेडिकल की पढ़ाई के लिए मृत शरीर कि जरूरत पड़ती है और अक्सर एनाटॉमी विभाग में इसकी कमी बनी रहती है। इसी कमी को देखते हुए दो युवाओं मृत्यु उपरांत मेडिकल कॅालेज को अपना शरीर दान देने का फैसला किया है।
जिसके बाद युवाओं ने मेडीकल कॉलेज पहुंच कर फॉर्म भरने की प्रक्रिया को पूरा किया है। युवकों का कहना है कि जीवन समाप्त होने के बाद हमारी कीमत बढ़ती है अगर हमारा शरीर किसी के काम आता है क्योंकि मरने के बाद तो मिट्टी ही बनना है।
जन्मदिन पर दिया शरीर दान
दरअसल एक अगस्त को सचिन कुशवाहा नाम के व्यक्ति का जन्मदिन था। इस मौके पर सचिन फैसला लिया कि वह अपना शरीर मृत्यु के उपरांत मेडीकल कॉलेज को दान करेगा। इस निर्णय का मेडीकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों ने स्वागत किया और इस अवसर पर कॉलेज के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम भी करवाया। सचिन ने कहा कि हम अभी रक्तदान कर लोगों की जान बचा रहे है। मरने के बाद हमारा शरीर बच्चों को मेडीकल की पढ़ाई में सहायक होगा।
दोस्त ने भी किया अपना शरीर दान
सचिन की यह पहल उसके दोस्त को भी प्रेरित कर गई और फिर सचिन के दोस्त प्रदुमन प्रताप सिंह ने भी अपना शरीर मृत्यु के उपरांत मेडीकल कॉलेज के नाम कर दिया। दोनों ही दोस्तों ने बकायदा शपथ पत्र सौंप कर इस निर्णय को स्वीकार किया। दोनों दोस्तों की इस पहल की अब तारीफ भी हो रही है।
ये भी पढे़ं:
Weather Update Today: इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
Parenting Tips: क्या आपने अपने बच्चे को बताए है Undergarment Rules, बिना जानकारी मासूम होते है शिकार