नई दिल्ली। केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) का ट्विटर अकाउंट शुक्रवार को एक घंटे तक बंद कर दिया गया। समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी है कि अकाउंट का एक्सेस एक घंटे तक बंद रखा गया और इसके लिए अमेरिका के Digital Millennium Copyright Act (DMCA) के उल्लंघन का हवाला दिया है। एएनआई के ट्वीट में दो स्क्रीनशॉट भी शेयर किए गए हैं। पहले स्क्रीनशॉट में ट्विटर ने वह कारण बताया है जिसकी वजह से अकाउंट का एक्सेस बंद किया गया। दूसरे स्क्रीनशॉट में अकाउंट एक्सेस मिल जाने की जानकारी दी गई है।
Twitter denied access to my account for almost an hour on the alleged ground that there was a violation of
Digital Millennium Copyright Act of the USA and subsequently they allowed me to access the account: IT Minister Ravi Shankar Prasad pic.twitter.com/ixiHYvVO59— ANI (@ANI) June 25, 2021
अकाउंट का एक्सेस बंद करने का कारण बताया है-‘आपका अकाउंट ब्लॉक किया जा रहा है क्योंकि आपके ट्वीटर अकाउंट पर एक कंटेंट की पोस्टिंग को लेकर हमें डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट के तहत शिकायत मिली है।
इन नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वाले का अकाउंट सस्पेंड किया जा सकता है
ट्विटर ने कहा है कि हम कॉपीराइट नियमों को बनाए रखने के लिए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। और इन नियमों का बार-बार उल्लंघन करने वाले का अकाउंट सस्पेंड किया जा सकता है। अगर आपको अपना अकाउंट अनलॉक करवाना है तो ट्विटर के कॉपीराइट नियमों की समीक्षा करनी होगी।
Twitter’s actions indicate that they are not the harbinger of free speech that they claim to be but are only interested in running their own agenda, with the threat that if you do not tow the line they draw, they will arbitrarily remove you from their platform.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 25, 2021
एक घंटे बाद दोबारा खोला अकाउंट, आगे सचेत रहने की चेतावनी
इसके बाद अकाउंट दोबारा खोलते हुए ट्विटर ने कहा है-आपका अकाउंट अब इस्तेमाल किया जा सकता है। कृपया ध्यान रखें कि अगर आगे भी DMCA नोटिस आते हैं तो आपका अकाउंट सस्पेंड किया जा सकता है। बता दें सोशल और डिजिटल मीडिया के लिए नए नियम लाए जाने के बाद से सरकार और ट्विटर के बीच गतिरोध जारी है। सरकार द्वारा साफ किया जा चुका है कि सोशल मीडिया कंपनी को भारतीय नियम मानने ही पड़ेंगे।