दुबई । डेनमार्क के ग्रैंडमास्टर योनास जेयर ने ‘सडन डेथ’ मुकाबले में अपग्रेड मुंबा मास्टर्स के जोवाखीर सिंदारोव को हराकर त्रिवेणी कॉन्टिनेंटल किंग्स को पहली ग्लोबल शतरंज लीग (जीसीएल) का खिताब दिलाया।
चौथी बाजी में आया फैसला
तीन चरण के टाईब्रेक के जरिए विजेता का फैसला किया। रेपिड बाजी के दो दौर ड्रॉ रहे जबकि इसके बाद ब्लिट्ज बाजी के दो दौर भी बराबरी पर छूटे। चैंपियन का फैसला अंतत: सडल डेथ ब्लिट्ज बाजियों की श्रृंखला के साथ हुआ जहां चौथी बाजी में फैसला आया।
टूर्नामेंट के सबसे अनुभवहीन खिलाड़ियों में शामिल रहने के अलावा अपने अधिकांश मुकाबले गंवाने वाले जेयर ने हालांकि सबसे महत्वपूर्ण लम्हे पर टीम के लिए जीत दर्ज की।
जेयर जीत के बाद कहा
जेयर ने रविवार रात की जीत के बाद कहा, ‘‘अंतिम बाजी बेहद तनावपूर्ण थी। यह बेहद रोमांचक थी। मैं अब भी कांप रहा हूं। लेवोन अरोनियम (टीम कप्तान) ने मुझे कहा कि आप संघर्ष करो, अगर आप इस बाजी को जीतते हैं तो आप प्रतियोगिता जीत जाओगे।’’
पांच लाख डॉलर की मिला इनामी राशि
इस महत्वपूर्ण जीत से जेयर ने ना सिर्फ अपनी टीम के लिए खिताब जीता बल्कि पांच लाख डॉलर की इनामी राशि भी टीम को मिला। टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि 10 लाख डॉलर थी। त्रिवेणी ने पहले रेपिड मैच में 9-7 से जीत दर्ज की जिसमें आरोनियम ने मैक्सिम वाचियेर लाग्रेव को हराया।
दूसरे मैच में मुंबा मास्टर्स ने त्रिवेणी को 12-3 से हराया। स्कोर टाई होने के बाद ग्रैंड फिनाले के नतीजे के लिए दो दौर की ब्लिट्ज टाईब्रेक बाजी खेली गई जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी के पास तीन मिनट थे। प्रत्येक चाल के बाद दो सेकेंड अतिरिक्त मिलने थे।
मुंबा मास्टर्स ने बनाया दबदबा
मुंबा मास्टर्स ने सभी बोर्ड पर दबदबा बनाया और बोर्ड तीन, पांच और छह में आसान जीत दर्ज की। अन्य बाजियां ड्रॉ रही। मुंबा ने पहले दौर का टाईब्रेक 14-5 से जीता। दूसरे दौर में त्रिवेणी ने वापसी करते हुए 13-7 से जीत दर्ज की। मुंबा और त्रिवेणी के एक-एक दौर जीतने के बाद चैंपियन का फैसला सडन डेथ से हुआ।
सडन डेथ मुकाबला सिर्फ एक बोर्ड पर खेला गया जिसका चयन ड्रॉ के जरिए हुआ। पहले जोड़ी सारा खादेम और भारत की हरिका द्रोणवल्ली की बनी। यह बाजी बराबरी पर छूटी। अगली दो बाजी भी ड्रॉ रही जिसके बाद जेयर ने यादगार जीत दर्ज की।