अगरतला। त्रिपुरा सरकार ने बिजली उत्पादन को दोगुना करने के लिए गैस आधारित थर्मल बिजली संयंत्र को संयुक्त चक्र संयंत्र में बदलने के लिए एक व्यापक प्रक्रिया शुरू की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सिपाहीजला जिले में त्रिपुरा राज्य विद्युत निगम (टीएसईसीएल) द्वारा संचालित रोखिया के गैस आधारित थर्मल संयंत्र में अभी हर दिन 63 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।
टीएसईसीएल के प्रबंध निदेशक देबाशीष सरकार ने कहा, ‘‘ हम रोखिया बिजली संयंत्र को खुले चक्र से संयुक्त चक्र बिजली उत्पादन संयंत्र में परिवर्तित करके समान मात्रा में प्राकृतिक गैस का उपयोग कर करीब 120 मेगावाट बिजली का उत्पादन करना चाहते हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि इससे रोखिया बिजली संयंत्र में बिजली उत्पादन दोगुना हो जाएगा। परियोजना की उत्पादकता बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है। सरकार ने कहा, ‘‘ वर्तमान में प्राकृतिक गैस जलाकर बिजली का उत्पादन किया जा रहा है जो अब व्यवहार्य व्यवसाय नहीं रह गया है।
यदि संयंत्र का आधुनिकीकरण (संयुक्त चक्र) किया जाए तो उत्पादकता करीब 120 मेगावाट होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ एशियाई विकास बैंक (एडीबी) बिजली संयंत्र के नवीनीकरण के लिए 845.36 करोड़ रुपये प्रदान करने पर सहमत हुआ है।’’ राज्य में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है। पिछले पांच वर्ष में 2.25 लाख नए पंजीकरण के साथ उपभोक्ताओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। राज्य में अब कुल उपभोक्ताओं की संख्या 9.71 लाख है।
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