Jitiya Snan: बिहार में जितिया स्नान (Jitiya snan) के दौरान भीषण हादसा हो गया। इस दौरान अलग-अलग शहरों में उफनती गंगा में डूबने से 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
बता दें कि औरंगाबाद में तालाब में नहाते समय 10 लोगों की जान (Jitiya snan) चली गई। इसके अलावा चंपारण, सारण, सीवान, पटना, रोहतास, अरवल, कैमूर में भी हादसे हुए।
स्नान के दौरान डूबे 8 बच्चे
बारुण शहर के इटहट गांव और मदनपुर शहर के गांव कुशा में जितिया स्नान (Jitiya snan) के लिए तालाब में नहाने उतरे 2 महिलाएं और 6 बच्चियों की जान चली गई। वहीं, कुशा गांव के तालाब और इंटहट गांव से गुजर रही बटाने नदी से 4-4 बच्चों की लाशें मिलीं हैं।
एसडीएम ने मुआवजे देने की कही बात
एसडीएम ने बताया कि मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
क्या होता जितिया स्नान?
हिंदू धर्म मे जितिया व्रत (Jitiya snan) बहुत खास माना जाता है। ये व्रत (Jitiya snan) तीन दिनों तक चलता है। इसमें संतान प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए निर्जला रखा जाता है।