भुवनेश्वर। ओडिशा में तिपहिया वाहनों को छोड़कर सभी कमर्शियल वाहनों में वाहन स्थान ट्रैकिंग (वीएलटी)VLT उपकरण को अनिवार्य कर दिया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि यह निर्णय यात्रियों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) द्वारा लिया गया।
उन्होंने कहा कि बसों, टैक्सियों, मालवाहनों और एम्बुलेंस समेत सभी श्रेणियों के नए कमर्शियल वाहनों पर एक अक्टूबर से वीएलटी उपकरण और पैनिक बटन अनिवार्य कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि पुराने वाहनों में ये उपकरण लगाने के लिए अंतिम तिथि 31 दिसंबर है। उन्होंने कहा कि अगर नए वाहनों में वीएलटी उपकरण नहीं लगे होंगे तो उन्हें पंजीकृत नहीं किया जाएगा।
समय सीमा के अंदर ये उपकरण नहीं लगाने वाले पुराने वाहनों के मालिक वाहन साइट पर एक जनवरी से कोई लेनदेन नहीं कर पाएंगे। एसटीए ने वीएलटी ऐप के विकास, प्रबंधन और परिचालन के लिए पिछले साल अक्टूबर में बीएसएनएल के साथ एक समझौता किया था।
क्या होता है पैनिक बटन?
पैनिक बटन का इस्तेमाल आप किसी मुसीबत में पड़ने पर कर सकते हैं। किसी आपातकालीन स्थिति में पैनिक बटन आपके बहुत काम आ सकता है। पैनिक बटन दबाते ही आपकी लोकेशन और आपकी फोटो ऑटोमैटिक आपके दोस्त या फैमिली मेंबर्स के पास पहुंच जाती है। आजकल के सभी स्मार्टफोन में ये फीचर दिया जाता है। स्मार्टफोन में इसको एक्टिवेट करने का अलग तरीका होता है। इसके साथ ही फैमली मेंबर्स को इमरजेंसी मैसेज चला जाता है।
ट्रैवल ऐप में पहले से मौजूद होता है पैनिक बटन
आपने ट्रैवल करने के लिए कभी न कभी उबर और ओला और रैपिडो जैसे ट्रैवल ऐप का इस्तेमाल तो किया ही होगा। ये सारे ऐप पैनिक बटन के साथ आते हैं। किसी इमरजेंसी में जैसे ही आप इसको दबाते हैं, आपकी लाइव लोकेशन और पास के पुलिस को कॉल चला जाता है। लोकेशन के अलावा यात्री और ड्राइवर की डिटेल और उनका मोबाइल नंबर पुलिस के साथ शेयर हो जाता है।
कोलकाता पुलिस के पास है अपना पैनिक बटन के साथ ‘बंधु ऐप’
कोलकाता पुलिस ने सार्वजनिक सुरक्षा को बढ़ावा देने और लोगों को एक बटन के स्पर्श पर शहर के पुलिस मुख्यालय से जुड़ने की अनुमति देने के उपायों के तहत साल 2019 में ‘बंधु ऐप’ एक नए अवतार में पेश किया था। इस ऐप की खास बात ये थी कि इसमें एक ‘पैनिक बटन’ भी शामिल किया गया था है जो यूजर्स के संकट में पड़ने की स्थिति में पुलिस को तुरंत प्रतिक्रिया देता है।
ऐप पुलिस को कॉल करने वाले की लोकेशन जानने की भी अनुमति देता था, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा, ऐप ट्रैफिक मामलों पर कार्रवाई करने में काफी मददगार था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की डाउनलोडिंग भी इसी ऐप के जरिए होती थी।
स्मार्टफोन में पैनिक बटन का इस्तेमाल कैसे करें ?
Panic Button का इस्तेमाल करने के लिए आपके Smart Phone मे Power Key को लगातार 3 बार Press (दबाना) करना है । जिस फोन मे पावर बटन दिया गया है वो आसानी से इसका इस्तेमाल कर पाएंगे। हालांकि, इसका प्रयोग करने से पहले आपको अपने फोन में कुछ सेटिंग करनी होगी। सेटिंग का मतलब वो नंबर डालना होगा, जिस पर आप अलर्ट भेजना चाहते है। ये सभी सेटिंग आप के फोन में अलग-अलग जगह पर देखने को मिल सकता है। अगर आपके पास स्मार्टफोन है तो आप इसे अपनी फोन की सेटिंग में जाकर सेट कर सकते हैं।
नोट:
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यदि आपको पुलिस, फायर डिपार्टमेंट, स्वास्थ्य विभाग या किसी अन्य सेवाओं से आपातकालीन सहायता की आवश्यकता है, तो आप अपने फोन से 112 डायल करें।
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पैनिक कॉल को एक्टिवेट करने के लिए अपने स्मार्टफोन पर लगातार 3 बार पावर बटन दबाएं।
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पैनिक कॉल को एक्टिव करने के लिए अपने फीचर फोन पर ‘5’ या ‘9’ कुंजी को देर तक दबाएं।
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“ईआरएसएस (ERSS)” वेबसाइट पर लॉग-ऑन करें और अपना “एसओएस (SOS)” अनुरोध करें।
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पैनिक कॉल को एक्टिव करने के लिए 112 इंडिया मोबाइल ऐप (Google Play store) और एपल स्टोर (Apple Store) में उपलब्ध) का इस्तेमाल करें।
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