नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को पर्यटक पुलिस को अधिक प्रभावी बनाने के लिए व्यापक कार्ययोजना के निर्माण एवं उन्हें (पर्यटक पुलिसकर्मियों को) प्रमुख विदेशी भाषाएं सिखाने, गाइड को प्रशिक्षित करने, बहुभाषी एप और पर्यटक निगरानी की पुख्ता व्यवस्था तैयार करने का सुझाव दिया ।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘पर्यटक पुलिस राष्ट्रीय सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए बिरला ने पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत सर्वाधिक विविधता भरा देश है, ऐसे में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जरूरी है कि हमारे पर्यटन स्थलों पर ‘पधारो म्हारे देस’ की संस्कृति दिखे। बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे प्रयास किये जाने चाहिए कि किसी भी पर्यटक के खिलाफ एक भी अपराध घटित नहीं हो । उन्होंने सुझाव दिया कि पर्यटक पुलिस को अधिक प्रभावी बनाने के लिए देश भर के पुलिस अधिकारी व्यापक कार्ययोजना बनाएं। बिरला ने पर्यटक पुलिसकर्मियों को प्रमुख विदेशी भाषाएं सिखाने, सुरक्षा की दृष्टि से पर्यटकों की निगरानी की पुख्ता व्यवस्था करने तथा पर्यटकों के साथ हुई घटनाओं में की गई कार्यवाही की केस स्टडी की जरूरत पर जोर दिया।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ कई विदेशी पर्यटक, खास तौर पर 50 और 60 वर्ष की आयु वर्ग के पर्यटक अपनी भाषा में बातचीत करना चाहते हैं । ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि पर्यटकों की जरूरत के अनुरूप दुभाषिये हों और हमारी नीति में यह बात रेखांकित होनी चाहिए । ’’ उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप, अगर गाइड और पर्यटक पुलिसकर्मी दुभाषिये होंगे या उन्हें विविध विदेशी भाषाओं में बुनियादी बातों की जानकारी दी जाती है तब पर्यटकों को काफी सुविधा होगी और वे संवाद के दौरान सहज महसूस करेंगे ।
बिरला ने कहा, ‘‘ इसी प्रकार से प्रमुख विदेशी भाषाओं को लेकर एक एप विकसित किया जाना चाहिए जिसे भारत आने पर कोई भी पर्यटक डाउनलोड कर सके ताकि उसे अपनी पसंद की भाषा में पर्यटक स्थलों समेत अन्य जानकारी प्राप्त हो सके । ’’ उन्होंने कहा कि इस एप में एक हल्पलाइन भी जुड़ी हो ताकि जरूरत पर पर्यटक संबंधित अधिकारियों से तत्काल संपर्क कर सके।