सूक्ष्म तकनीक की दुनिया में.. एक ऐसा चमत्कार सामने आया है ..जिसने रोबोटिक्स की परिभाषा ही बदल दी है.. पेंसिल की नोक से भी छोटे ये रोबोट.. न सिर्फ तैर सकते हैं., बल्कि तापमान पहचानते हैं,. ये ग्रुप में काम करते हैं.. और महीनों तक सिर्फ रोशनी की ऊर्जा पर चलते रहते हैं.. यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया.. और यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के वैज्ञानिकों ने मिलकर.. इन माइक्रो-रोबोट्स को तैयार किया है.. जो आकार में बैक्टीरिया जितने हैं ..लेकिन दिमाग, सेंसर और मोटर- तीनों से लैस हैं..ये छोटा रोबो..मधुमक्खियों से इंस्पायर्ड है..जो आसानी से टेम्प्रेचर की जांच और डांस मूमेंट के जरिए कम्युनिकेट करने में सक्षम है..इसकी चौड़ाई 300 माइक्रोमीटर ..तो वहीं थिकनेस सिर्फ 50 माइक्रोमीटर है..यानि इनका आकार चावल के दाने से भी छोटा है.. वैज्ञानिकों का मानना है कि ये रोबोट.. भविष्य में मेडिकल और मैन्युफैक्चरिंग में क्रांति ला सकते है..जिसका इस्तेमाल ..दवाइयों से होने वाले रिएक्शन को जांचने के लिए किया जा सकता है..
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