Advertisment

आज का मुद्दा: कांग्रेस की रामायण, जीतू का वनवास... कांग्रेस अध्यक्ष का दर्द या संगठन हताश?

कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति पर सवाल, “रामायण और वनवास” वाले बयान के बाद संगठन में बेचैनी दिखी। क्या यह अध्यक्ष का दर्द है या कांग्रेस की हताशा, इसी मुद्दे पर सियासी बहस तेज।

author-image
Sourabh Pal

आज का मुद्दा: भैया हम तो वनवास भोग रहे हैं यार.. इंदौर में जीतू पटवारी जब अपने एक कार्यकर्ता से ये कहे रहे थे .... तब उनके दिमाग में क्या चल रहा था ..ये समझना मुश्किल है ...अगर पार्टी अध्यक्ष ही वनवास भोगने की बात कह रहा है तो फिर राज कौन भोग रहा है .... जीतू पटवारी की ये हताशा आखिर कहां से उपजी है ...क्या पार्टी में वो उन्हें उस तरह से सहयोग नहीं मिल रहा है जैसा मिलना चाहिए ...या फिर अपने क्षेत्र में समय ना दे पाने की टीस उनके मन में है ....जीतू पटवारी के लिए वनवास के जो भी मतलब हों ...लेकिन वरिष्ठ नेता पीसी शर्मा ने उनकी हताशा को आशा में बदलते हुए ... उनके वनवास को उन भगवान श्रीराम राम से जोड़ दिया ..जिनके नाम पर राजनीति करने के आरोप कांग्रेस खुद बीजेपी बीजेपी पर लगाती रही है।

Advertisment
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें