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क्रिसमस से पहले क्यों होती है 'Cake Mixing'? 17वीं सदी का वो राज, जो लाता है गुड लक!

क्रिसमस से पहले होने वाली केक मिक्सिंग सेरेमनी सिर्फ रस्म नहीं, बल्कि 17वीं सदी से चली आ रही परंपरा है। ड्राई फ्रूट्स और अल्कोहल से तैयार यह मिक्सचर खुशहाली और गुड लक का प्रतीक माना जाता है।

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Ujjwal Jain

"क्या आपने कभी सोचा है कि क्रिसमस से ठीक पहले होटलों और बेकरीज में ये बड़े-बड़े बर्तनों में ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स और वाइन क्यों मिलाए जाते हैं? यह सिर्फ केक बनाने की तैयारी नहीं, बल्कि 17वीं सदी से चली आ रही एक अनोखी परंपरा है! 'केक मिक्सिंग सेरेमनी' असल में यूरोप में फसल कटने की खुशी और एकजुटता का प्रतीक मानी जाती थी। मान्यता है कि इस मिक्सचर को तैयार करने से घर में खुशहाली और गुड लक आता है। आज यह रस्म सिर्फ ईसाई समुदाय तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज का हर वर्ग एक साथ आकर बादाम, काजू, किशमिश और मसालों के इस पहाड़ को अल्कोहल में भिगोता है, जो त्योहार के असली जश्न की शुरुआत है।" "इस रस्म में ड्राई फ्रूट्स, नट्स और मसालों को रम, व्हिस्की या फ्रूट जूस में महीनों पहले भिगोया जाता है, ताकि क्रिसमस तक केक में वो रिच फ्लेवर और खुशबू समा जाए। अल्कोहल एक प्रिजर्वेटिव का काम करता है, जिससे यह मिक्सचर एक साल तक खराब नहीं होता! हाल ही में रेडिसन उद्योग विहार और फोर पॉइंट्स बाय शेरेटन में भी भव्य केक मिक्सिंग सेरेमनी देखी गई, जहाँ 'देसी कोनोइसर्स' और अन्य मेहमानों ने मिलकर इस रस्म को निभाया। तो अगर आपको भी अपने शहर में ऐसी कोई सेरेमनी दिखे, तो उसमें हिस्सा जरूर लें, क्योंकि असली क्रिसमस का जादू इसी मिठास और साथ में छिपा है!"

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