नई दिल्ली। हम सभी जानते हैं कि दुनिया में कुल 193 देश हैं। लेकिन दुनिया भर से 205 टीमें टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में हिस्सा लेने पहुंची हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब 193 देश ही हैं, तो फिर 205 टीमें कैसे हिस्सा ले सकती है? आइए इस सवाल का जवाब जानते हैं।
क्या है ओलंपिक का इतिहास और नियम
दरअसल, इस सवाल का जवाब जानने से पहले हमें ओलंपिक के इतिहास और नियमों को जानना होगा। बतादें कि ओलंपिक गेम्स में अपनी टीम भेजने के लिए किसी भी देश या क्षेत्र के पास National Olympic Committee होनी चाहिए। साथ ही इसका International Olympics Committee (IOC) द्वारा मान्यता प्राप्त भी होना अनिवार्य है। वर्तमान में पूरी दुनिया में ऐसी 206 समितियां हैं। यानि 206 टीमें ओलंपिक में खेल सकती हैं।
उत्तर कोरिया ओलंपिक में भाग नहीं ले रहा है
लेकिन टोक्यो ओलंपिक में 205 टीमें हिस्सा ले रही हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उत्तर कोरिया इस ओलंपिक में भाग नहीं ले रहा है। उसने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए अपनी टीम को नहीं भेजा। वहीं अगर हम देशों की तुलना में टीम की बात करें तो 12 टीमें अभी भी ज्यादा हो रही हैं। ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है, इसके पीछे का रहस्य क्या है?
ओलंपिक का अपना नियम है
बतादें कि इसके पीछे कोई रहस्य नहीं है। दरअसल, इन 12 टीमों को बस संयुक्त राष्ट्र से देश का मान्यता प्राप्त नहीं है। वहीं अगर ओलंपिक के नियमों के देखें तो इसमें हिस्सा लेने वाली टीम का स्वतंत्र राज्य होने की अनिवार्यता नहीं है। क्योंकि ओलंपिक के संस्थापक Pierre de Coubertin का मानना था कि एथलेटिक भूगोल, राजनीतिक भूगोल से भिन्न हो सकता है।
अब स्वतंत्र देश ही ओलंपिक में लेते हैं भाग
20वीं सदी के अंत तक यही नियम चलता रहा, लेकिन 1996 से IOC ने नियमों में बदलाव कर इसे हटा दिया। अब किसी भी स्वतंत्र देश की National Olympic Committee का अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मान्यता प्राप्त होना अनिवार्य कर दिया है। हालांकि, इसमें भी कुछ नियम और शर्तें लागू हैं। यानी अब 193 देशों के बाद जो देश ओलंपिक में भाग लेते हैं उन्हें संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता तो नहीं दी है, लेकिन वो स्वतंत्र राष्ट्र हैं। इन 13 देशों में से 4 देश फिलिस्तीन, हांगकांग, कोसोवो और ताइवान है जिनका भू-राजनीतिक विवाद चल रहा है।
बाकी के देश द्वीप समूह हैं
बाकी के जो देश हैं वे मुख्यत: द्वीप समूह हैं। इन देशों ने 1996 से पहले ही ओलंपिक में खेलने के लिए IOC से मान्यता प्राप्त कर ली थी। ये द्वीप समूह हैं: अमेरिकन समोआ, अरूबा, बरमूड़ा, केमैन, आइलैंड्स, कुक आइलैंड्स, गुआम, प्यूर्टो रिको, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स और यूएस वर्जिन आइलैंड्स।