नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को टोक्यो ओलंपिक से लौटे भारतीय खिलाड़ियों से अगले साल 76वें स्वतंत्रता दिवस तक 75 स्कूलों का दौरा करने और कुपोषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने के साथ ही स्कूली बच्चों के साथ खेल खेलने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने ओलंपिक खिलाड़ियों को आज सुबह नास्ते पर बुलाया था। उनसे संवाद के दौरान उन्होंने यह अपील की और बताया कि देश आजादी के 75वें साल में प्रवेश करने के उपलक्ष्य पर अमृत महोत्सव मना रहा है।
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय खिलाड़ियों ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री को अपने खेलों से जुड़े सामान उपहार स्वरूप भेंट किए। स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने प्रधानमंत्री को एक भाला भेंट किया, वहीं कांस्य पदक विजेता पी वी सिंधू ने अपना बैडमिंटन रैकेट उन्हें सौंपा। महिला व पुरूष हॉकी दल के सदस्यों ने खिलाड़ियों की हस्ताक्षरित हॉकी स्टिक प्रधानमंत्री को भेंट की।
It was an absolute honour to have met with our Hon’ble PM Narendra Modi ji @PMOIndia @narendramodi . I’m so grateful for all the help he has given to all of us athletes and I’m so excited to have gifted him my racket as a small token of appreciation 🙏🏽 pic.twitter.com/LvDWZ4JBFX
— Pvsindhu (@Pvsindhu1) August 16, 2021
तलवारबाज सी ए भवानी ने प्रधानमंत्री को तलवार भेंट की, तो मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने मुक्केबाजी के दस्ताने प्रधानमंत्री को उपहार में दिये। पुरूष हॉकी दल ने इस बार ओलंपिक का कांस्य पदक जीतकर टोक्यो में इतिहास रच दिया, वहीं लवलीना ने भी मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि, टोक्यो ओलंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन का सबसे सकारात्मक असर यह हुआ कि परिजनों की खेल के प्रति धारणा बदली है और वह बच्चों को खेल के प्रति प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, परिजनों में यह बदलाव भविष्य के लिए अच्छे संकेत हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ओलंपिक खिलाड़ी कुपोषण के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे और स्कूलों का दौरा करेंगे तो उससे बच्चों को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रधानमंत्री ने ओलंपिक दल में शामिल खिलाड़ियों को 15 अगस्त को लाल किले भी आमंत्रित किया था और तालियां बजाकर उनका अभिनंदन किया था।