नई दिल्ली। Toilet Vastu: हमारे जीवन में मिलने वाली सफलता और vastu tips असफलता के पीछे हमारी vastu shashtra मेहनत और किस्मत के साथ—साथ हमारे घर का वास्तु भी बहुद हद तक प्रभाव डालता है। अगर आप भी जीवन में आने वाली असफलता से परेशान तो सबसे पहले अपने घर का वास्तु चेक करें। कहीं आपके घर की टॉयलेट का वास्तु का गढ़बड़ नहीं। चलिए जानते हैं क्या कहता है वास्तु।
ये होते हैं नकारात्मक प्रभाव —
आपको बता दें ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में घर के टॉयलेट को नकारात्मक और सकारात्मक शक्तियों का केंद्र बताया गया है। क्या आप जानते हैं घर में गलत दिशा में बना टॉयलेट निगेटिव एनर्जी तो वहीं सही दिशा में बना टॉयलेट पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह करता है।
ज्योतिषाचार्य अनिल पांड के अनुसार अगर घर में गलत दिशा में बना टॉयलेट यहां नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है जो परिवार के सदस्यों की परेशानी तो बढ़ाता ही है साथ ही वह सदस्यों को किसी न किसी तरीके से हानि भी पहुंचाता है।
टॉयलेट का गलत वास्तु होने पर ये सीधे तौर पर व्यक्ति की तरक्की में बाधा डालता है। अगर आपको भी ऐसे कुछ लक्षण नजर आते हैं तो आपको बिना देरी करे ये वास्तु दोष दूर करना चाहिए।
कैसा होना चाहिए घर का टॉयलेट —
- घर में बनाए जानते वाले शौचालय की दिशा दक्षिण या नैऋत्य कोण के मध्य भाग में होना चाहिए।
- टॉयलेट इस दिशा में बना हो जिससे उस पर बैठने वाले व्यक्ति का फेस उत्तर या दक्षिण दिशा की ओर रहे।
- अगर आपका शौचालय घर से बाहर है तो इसे बनाने की सही दिशा पश्चिम या उत्तर या फिर वायव्य कोण होनी चाहिए।
- अक्सर लोग घर की टॉयलेट में उपयोग किया जाने वाला मग्गा प्लास्टिक का उपयोग करते हैं। यदि आप भी ऐसा ही करते हैं तो आपको बता दें टॉयलेट का मग्गा प्लास्टिक का नहीं बल्कि इसकी जगह स्टील का लोटा रखना चाहिए।
- इस लोटे को रखने की दिशा उत्तर एवं पूर्व कोण में हो।
- घर के मध्य भाग या ईशान कोण में टॉयलेट बिलकुल न हो।
- घर के आग्नेय कोण में शौचालय होना भी वास्तु के विपरीत माना जाता है।
- साथ ही, टॉयलेट की टंकी दक्षिण, पश्चिम या नैऋत्य कोण में हो तो शुभ मानी जाती है।
- टॉयलेट कभी भी किचन, बेडरूम या पूजा वाले कमरे के पास नहीं होना चाहिए।
- किचन, बेडरूम या पूजा घर के ऊपर या नीचे भी टॉयलेट का होना अशुभ माना जाता है।