रायपुर। पूर्व सीएम रमन सिंह ये कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी के सामने दोहरी चुनौती है। एक तरफ उन्हें 2023 के विधानसभा को जीतने की प्लानिंग करनी है तो दूसरी तरफ 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर फोकस करना है। अब इस दोहरी चुनौती से बीजेपी कैसे निपटेगी ये बड़ा सवाल है। हालांकि, कांग्रेस तो बीजेपी को इस बहाने टारगेट पर ले रही है तो चर्चा आज बीजेपी की दोहरी चुनौती पर।
बीजेपी के सामने दोहरी चुनौती
कांग्रेस सरकार को चुनौती नहीं मानने वाली छत्तीसगढ़ बीजेपी अब कह रही है उसके सामने एक नहीं बल्कि दोहरी चुनौती है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद शायद ये पहली बार होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह इस बात को माना कि उनके सामने ना सिर्फ 2023 के चुनाव एक चुनौती है बल्कि 2024 के लोकसभा में भी जीत दर्ज करना भी एक बड़ा चैलेंज है। दरअसल, रमन सिंह ने ये बात बीजेपी स्थापना दिवस के मौके पर कार्यकर्ताओं से कही।
राजनीति भी गरमा गई है
अब रमन सिंह के इस बयान के बाद प्रदेश में राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस तो रमन सिंह को घेर ही रही है। साथ ही सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या रमन सिंह को जिम्मेदारी मिल गई है उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा या नहीं।
कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलेगी
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी को 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलेगी। साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उस कांग्रेस से कड़ा मुकाबला करना होगा। जाहिर है कि छत्तीसगढ़ लोकसभा की 11 सीटों में से 9 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है और ऐसा ही प्रदर्शन बीजेपी को 2024 में फिर करना होगा, लेकिन उससे पहले बीजेपी के सामने 2023 को जीतने की एक बड़ी चुनौती है और रमन सिंह इन्हीं चुनौतियों की तरफ इशारा कर भी रहे हैं।