हाइलाइट्स
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एएसआई सर्वे टीम ने 2 कुओं को किया चिन्हित
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नींव की तलाश में पिछले हिस्से में खुदाई जारी
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मांडू संग्रहालय भी जाएगी सर्वे की एक टीम
Dhar Bhojshala Survey: धार भोजशाला में ASI की टीम के सर्वे का आज 14वां दिन है। टीम का सर्वे कार्य जारी है। जहां हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री भी सर्वे के काम में सहभागिता करने आई हैं।
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम भोजशाला (Dhar Bhojshala Survey) की नींव तक पहुंचने के लिए इसके पिछले हिस्से की खुदाई कर रही है। टीम को नींव की तलाश है।
हालांकि टीम ने पुराने जमाने की 2 सीढ़ियां जरूर तलाश कर ली है। इससे टीम अंदाजा लगा रही है कि नीचे तलघर हो सकता है। ऐसा अनुमान 2 सीढ़ियां मिलने से लगाया जा रहा है।
इन जगहों पर जाएंगी अध्यक्ष
बता दें कि हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री धार भोजशाला (Dhar Bhojshala Survey) में है। आज उनका दूसरा दिन है। वे सर्वे के लिए राजा भोज के समकालीन स्मारकों का भी अवलोकन करेंगी।
इस दौरान वे धार के विजय मंदिर और मांडू स्थित संग्रहालय का भी भ्रमण करेंगी। जहां से भोजशाला से जुड़े तथ्य जुटा सकें।
एक टीम नींव पर करेगी काम
एएसआई की टीम सर्वे (Dhar Bhojshala Survey) कर अहम सबूतों की तलाश कर रही है। भोजशाला में टीम ने नींव की तक पहुंचने के लिए पिछले हिस्से से खुदाई शुरू की है।
टीम को खुदाई के दौरान दो प्राचीन सीढ़ियां मिली हैं। ये पुराने जमाने के पत्थरों की हैं। हालांकि नींव तक टीम नहीं पहुंच सकी है।
दो सीढ़ियां मिलने के बाद टीम अनुमान लगा रही है कि नीचे तलघर हो सकता है। जहां इन सीढ़ियों के माध्यम से टीम यह भी तलाश कर रही है कि कहीं कोई रास्ता भी हो सकता है।
बता दें कि टीम का आज इस पर ही फोकस है। आज एक टीम गर्भगृह में काम करेगी।
मांडू जाएगी एएसआई की एक टीम
भोजशाला सर्वे (Dhar Bhojshala Survey) के लिए 4 टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें परिसर में ही अलग-अलग काम कर रही हैं। इन चार टीमों में से एक टीम को मांडू भेजा जाएगा।
जहां राज्य पुरातत्व विभाग के अधीन बना एक बड़ा संग्रहालय है। यहां टीम प्राचीन प्रतिमाओं का अवलोकन करेगी। बता दें कि इस संग्रहालय में सालों पहले भोजशाला से लाई गई परमारकालीन प्रतिमाएं रखी हुई हैं।
ये प्रतिमाएं हैं
मांडू संग्रहालय में भोजशाला (Dhar Bhojshala Survey) से लाई गई प्राचनी प्रतिमाएं हैं। जिनमें धनपति कुबेर की प्रतिमा बताई जा रही है, जिसे करीब 20 साल पहले यहां स्थापित किया गया था।
वहीं परमारकालीन नृत्य नाटिका पारिजात मंजरी के एक भाग का भी कुछ अंश है। बताया जाता है कि इस शिलालेख पर प्राकृत भाषा में कुछ लिखा है। टीम इसकी भी जांच करेगी।
दो कुओं को किया चिन्हित
बता दें कि एएसआई की एक टीम ने बुधवार को भोजशाला (Dhar Bhojshala Survey) के गर्भगृह में सर्वे का काम किया। सर्वे टीम का फोकस भोजशाला के साथ इससे जुड़ी कड़ी पर भी है।
टीम ने भोजशाला के पिछले हिस्से में दो कुओं को भी चिन्हित किया है। सर्वे के दौरान टीम ने फोटोग्राफी, वीडियो ग्राफी की गई है।