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Tirupati Balaji Mandir Accident: आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में हादसा हो गया। वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं।
आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने शोक जताया
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति बालाजी मंदिर में हुए हादसे पर दुख जताया है। सीएम नायडू ने फोन पर अधिकारियों से हालात की जानकारी ली और राहत कार्य का आदेश दिया। सीएम नायडू गुरुवार को घायलों से मिलने जाएंगे।
टिकट काउंटर के पास खड़े थे 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु
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तिरुपति बालाजी मंदिर में काउंटर के पास 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु लाइन में खड़े थे। उसी वक्त श्रद्धालुओं को बैरागी पट्टीडा पार्क में लाइन लगाने के लिए कहा गया। आगे जाने की होड़ में अफरा-तफरी मच गई। भागते हुए लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। कुछ लोगों का दम घुट गया। एक महिला ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हादसा देर रात करीब 9:30 बजे हुआ।
10 जनवरी से खोला जाना था वैकुंठ द्वार
तिरुपति बालाजी मंदिर के जिस वैकुंठ द्वार पर हादसा हुआ है वो 10 जनवरी से दर्शन के लिए खोला जाना था। सुबह 4.30 बजे से प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होगा, इसके बाद सुबह 8 बजे से सर्व दर्शन होगा। इसके टोकन के लिए लोग लाइन में लगे थे। 10 दिनों में करीब 7 लाख भक्तों के आने की संभावना जताई गई थी।
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लड्डू प्रसाद को लेकर चर्चा में रहा था तिरुपति बालाजी मंदिर
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आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पिछली जगनमोहन सरकार पर प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाने का आरोप लगाया था। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने 18 सितंबर 2024 को कहा था कि जगन सरकार ने तिरुमाला के हर पहलू को बर्बाद करने का काम किया। ये कहते हुए काफी घृणा और पीड़ा हो रही है कि तिरुमाला के लड्डुओं को तैयार करने के लिए पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल होता था और इसी वजह से उत्पाद की गुणवत्ता पूरी तरह से खराब हुई थी। जैसे ही हम सत्ता में आए तो हमने लड्डुओं के लिए शुद्ध घी के उपयोग को तत्काल प्रभाव से लागू किया। तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल मिलाए जाने की पुष्टि हुई थी। लड्डू की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ था।
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