Tirupati Balaji Laddu Controversy: विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसादम में सूअर की चर्बी, और मछली के तेल मिलाने के आरोपों से देशभर में हड़कंप मच गया है। इस विवाद ने धार्मिक भावनाओं को गहराई से आहत किया है और इसके चलते आंध्र प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने आज से 11 दिन के उपवास पर जाने का फैसला किया है।
पवन कल्याण ने घोषणा की कि वह रविवार सुबह नंबूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दीक्षा धारण करेंगे और 11 दिनों के उपवास के बाद श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करेंगे। इसी के साथ आपको बता दें कि अब घी सप्लाई करने वाली गाड़ियों में GPS लगाया जा रहा है जिससे देखा जाए की घी कहां से आ रहा है और कहां रुक रहा है।
नंदिनी घी का हो रहा इस्तेमाल (Tirupati Balaji Laddu Controversy)
आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) में बनने वाले प्रसादम, खासकर लड्डूओं के निर्माण में अब नंदिनी घी का इस्तेमाल किया जा रहा है। नंदिनी कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) का एक लोकप्रिय ब्रांड है, जिसे लेकर हाल ही में कुछ विवाद हुए थे। करीब एक महीने पहले ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन को घी की आपूर्ति का कॉन्ट्रैक्ट दिया, जिसके तहत अब मंदिर में नंदिनी घी का उपयोग हो रहा है।
यह बदलाव कुछ विवादों के बीच आया है, क्योंकि तिरुपति मंदिर के प्रसादम की पवित्रता और गुणवत्ता को लेकर भक्तों के बीच बेहद संवेदनशीलता होती है। नंदिनी ब्रांड का उपयोग इस संदर्भ में ध्यान आकर्षित कर रहा है, क्योंकि यह कर्नाटक का प्रमुख डेयरी ब्रांड है और इसे लेकर भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव भी है।
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घी सप्लायर की गाड़ियों में लगा GPS
कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर एमके जगदीश ने जानकारी दी कि तिरुपति मंदिर में घी की सप्लाई के लिए फेडरेशन की गाड़ियों में जीपीएस (GPS) सिस्टम और जियो लोकेशन डिवाइस लगाए गए हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सप्लाई के दौरान गाड़ी कहां-कहां रुकी है, ताकि किसी भी प्रकार की मिलावट को रोका जा सके। इस कदम से सप्लाई की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी। कर्नाटक मिल्क फेडरेशन को मंदिर में 350 टन घी की आपूर्ति का ठेका मिला है, और इस व्यवस्था के तहत घी की गुणवत्ता और शुद्धता बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं।
डिप्टी CM ने बताया खुद को जिम्मेदार (Tirupati Balaji Laddu Controversy)
आंध्र प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री पवन कल्याण तिरुपति लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिलने की खबर से खुद को भी जिम्मेदार मान रहे हैं। पवन कल्याण ने कहा कि उन्हें इस बात का गहरा अफसोस है कि वह इस मिलावट का पहले पता नहीं लगा पाए। इस घटना से आहत होकर उन्होंने प्रायश्चित करने का निर्णय लिया है और कहा कि वह 11 दिनों का उपवास करेंगे। पवन कल्याण ने स्पष्ट किया कि यह उपवास उनके द्वारा इस गलती की जिम्मेदारी लेने और खुद के आत्मविश्लेषण के लिए है।
हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में, कुत्सित प्रयासों के तहत, जो अपवित्रता का, संचार करने की कोशिश की गई, उससे मैं व्यक्तिगत स्तर पर, अत्यंत मर्माहत हूँ, और सच कहूं तो, अंदर से अत्यंत छला गया, महसूस कर रहा हूँ। प्रभु…
— Pawan Kalyan (@PawanKalyan) September 21, 2024
उन्होंने इस कृत्य को न सिर्फ धार्मिक आस्थाओं पर हमला बताया, बल्कि इसे एक गंभीर प्रशासनिक चूक के रूप में भी देखा, जिसे रोकने में वे असमर्थ रहे। आंध्र प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक तीखा बयान दिया। उन्होंने लिखा, “पवित्र माने जाने वाले तिरुमाला लड्डू प्रसादम को जगन रेड्डी सरकार की भ्रष्ट नीतियों ने अपवित्र कर दिया है। इस पाप को शुरू में न पहचान पाना हिंदू जाति पर एक कलंक है।”
पवन कल्याण ने अपनी प्रतिक्रिया में इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “जिस पल मुझे पता चला कि लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिली है, मैं स्तब्ध रह गया। खुद को दोषी महसूस कर रहा हूं। चूंकि मैं लोगों के कल्याण के लिए लड़ रहा हूं, मुझे दुख है कि मैं इस मिलावट को पहले क्यों नहीं पहचान सका।”