MP News: मध्य प्रदेश में पहले ही आए दिन दुष्कर्म के मामलों की वजह से कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे थे। वहीं अब पुलिसकर्मी से ही लूट की घटना सामने आई है। मुरैना जिले में अपराधी इतने बेखौफ हैं कि पुलिस को भी नहीं बख्शते। ताजा मामला सिटी कोतवाली इलाके के सिंधी कॉलोनी का है जहां सब इंस्पेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक मुरैना के स्टेनो जय अरोरा के साथ बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। यहां की पुलिस की स्थिति इतनी दयनीय है कि उन्हें खुद अपनी सुरक्षा की चिंता है। आम जनता तो पहले से ही अपराधियों के खौफ में जी रही है। प्रदेश में कई कार्रवाइयों के बावजूद अपराध पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। ऐसा लगता है जैसे यहां डकैतों का राज चल रहा है और पुलिस पहले की तरह ही लाचार है।
पुलिसकर्मी का मोबाइल लूटकर भागे लुटेरे
मुरैना जिले में बीच सड़क पर दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाश राह से पैदल गुजर रहे एक पुलिस कर्मी के पास बाइक से पहुंचे। बदमाशों ने चलती बाइक से ही मोबाइल लूटा और फरार हो गए। बाइक सवार बदमाशों ने वारदात को इतनी जल्दी अंजाम दिया कि लूट का शिकार हुआ पुलिसकर्मी कुछ सेकंडों तक तो समझ ही नहीं सका कि आखिर ये हुआ क्या ?
आईफोन पर झपट्टा मारकर भागे चोर
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यरत बाबू जय अरोरा शाम को पैदल अपने घर सिंधी कॉलोनी की ओर जा रहे थे। उनके हाथ में महंगा आईफोन था। तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने झपट्टा मारकर मोबाइल लूट लिया और फरार हो गए। जय अरोरा ने शोर मचाया, लेकिन बदमाश भाग निकले। इस घटना का सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है। घटना से अंदाजा लगा सकते हैं कि जिले में कानून से बदमाश कितने बेखौफ हैं। यह घटना पुलिस विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, जब पुलिस अधिकारी खुद सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है?
5 थानों की पुलिस ने ली थी 1000 फ्लैट की तलाशी
परिजनों की शिकायत के बाद 5 थानों का पुलिस बल बच्ची की तलाश में जुटी थी। ड्रोन, डॉग स्क्वॉयड, साइबर और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी उसे ढूंढने में लगे थे। पुलिस ने 1000 से ज्यादा फ्लैटों की तलाशी ली। पुलिस को आशंका है कि किसी परिचित ने ही बच्ची को अगवा किया था। हालांकि किसी तरह की फिरौती के लिए फोन नहीं आया। फिलहाल बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, जिसके बाद ही मामले में कुछ खुलासे हो सकते हैं। हत्या की वजह भी सामने आएगी।